कटहल नाला पर बनेंगे छह छोटे पुल, बदला जाएगा रेगुलेटर
जागरण संवाददाता बलिया सुहराताल के अत्यधिक पानी को गंगा में कटहल नाला के माध्यम से गिराय
जागरण संवाददाता, बलिया : सुहराताल के अत्यधिक पानी को गंगा में कटहल नाला के माध्यम से गिराया जाता है। 17 किलोमीटर लंबे नाले की लंबे समय से सफाई नहीं हुई है। यह नाला सुरहाताल से विजयीपुर तक फैला है। इसका आखिरी छोर विजयीपुर ही है, यहां पर 40 साल पुराना रेगुलेटर जाम हो गया है। पानी का बहाव धीमा हो गया है। इसके चलते शहर सहित आसपास के क्षेत्रों में जल प्लावन की स्थिति बन गई है। समस्या तीन-चार साल पुरानी है, लेकिन निदान की कार्रवाई अब शुरू होने जा रही है। सिचाई विभाग ने 8.30 करोड़ की परियोजना बनाई है। उसे शासन को स्वीकृति के लिये भेजा गया है। इसके तहत नया रेगुलेटर बनाया जाएगा। साथ में छह छोटे पुल का भी प्रस्ताव बनाया गया है। सभी स्थान तय कर दिये गये हैं। शासन से मंजूरी मिलते ही काम शुरू होगा। बता दें कि जल प्लावन से 24 गांव प्रभावित हैं। 25 हजार से अधिक किसान परेशान हैं, उन सबकी फसल डूब रही है। शहर के कई मोहल्लों में भी पानी भरा हुआ है। जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय भी जल प्लावन से जूझ रहा है। 40 साल पहले रेगुलेटर बनाया गया था, इसमें छह पाइप लगे हैं। ऊपर फाटक है, इसे जाम होने से बहाव धीमा है।
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ऐसा होगा नया रेगुलेटर
विजयीपुर में पुराने रेगुलेटर को हटा दिया जायेगा। यहां पर नया पुल बनाने की योजना है। यह तीन फाटक का होगा। रेगुलेटर को आवश्यकता के हिसाब से खोला व बंद किया जायेगा। यह ओपेन होगा। ऊपर से इसे खोला जायेगा, वहीं लोगों के आने-जाने के लिए छोटा पुल भी बनाया जाएगा।
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यहां बनेंगे छोटे पुल
कटहाला नाला के किनारे विजयीपुर, छोड़हर, टकरसन, सरयां, फूलवरिया, साहोडीह के सामने छोटे पुल बनाने की योजना है। यह पुल 15 मीटर लंबा और साढ़े पांच मीटर चौड़ा होगा। इसके चलते लाखों लोगों को आवागमन की सुविधा मिलेगी, उन्हें लंबा फेरा नहीं लगाना पड़ेगा।
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कोट विजयीपुर में रेगुलेटर जाम होने से नाला का बहाव नहीं हो पा रहा है। इसके लिए वहां पर नया पुल व रेगुलेटर बनाया जायेगा, वहीं कई छोटे पुल बनाने की योजना है। इसके लिए 8.30 करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया है।
-- सीबी पटेल, अधिशासी अभियंता, सिचाई खंड प्रथम