सब्जियों के दाम में गिरावट, उत्पादक मायूस
जागरण संवाददाता बैरिया (बलिया) हरी सब्जियों के भाव में भारी गिरावट होने के कारण उत्पाद

जागरण संवाददाता, बैरिया (बलिया) : हरी सब्जियों के भाव में भारी गिरावट होने के कारण उत्पादक मायूस हैं, वहीं उपभोक्ताओं की बल्ले-बल्ले है। इन दिनों क्षेत्र में हरी सब्जियों की अच्छी पैदावार होती है, जो बाहर के शहरों तक भेजी जाती है।
कोविड-19 के चलते ट्रेनों का परिचालन ठप हो जाने के कारण बाहर के शहरों में सब्जी भेजने का सिलसिला लगभग ठप हो गया है। इस कारण उत्पादन के अनुपात में खपत कम हो गई है। वहीं खरमास के बाद लग्न मुहूर्त नहीं होने के कारण शादी विवाह आदि का आयोजन नहीं होने से हरी सब्जियों की खपत भी प्रभावित है। एक महीने पहले 30 रुपये में बिकने वाली गोभी इन दिनों पांच रुपये में मिल रही है। 30 से 40 रुपये किलो बिकने वाला मटर 15 रुपये किलो बिक रहा है। 30 रुपये किलो बिकने वाला टमाटर 15 रुपये किलो बिक रहा है। यही स्थिति अन्य हरी सब्जियों की भी है। किसी किसी दिन तो खरीदार नहीं मिलने पर सब्जी उत्पादक अपनी सब्जियों को लोगों को मुफ्त में बांट कर चले जा रहे हैं। सब्जी उत्पादक किसान राम जियावन, हरि राम, केशव प्रजापति, कृष्ण मुरारी आदि किसानों का कहना है कि यही स्थिति रही तो सब्जी की खेती की लागत भी नहीं निकल पाएगी। वहीं सब्जी उपभोक्ताओं की बल्ले-बल्ले है क्योंकि 50 रुपये में झोला भर सब्जी मिल जा रही है। सब्जी उत्पादक किसान अपनी लागत कैसे निकालें, उनकी समझ में नहीं आ रहा है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।