यूपी के इस जिले में सामूहिक विवाह योजना के लिए नहीं मिल रहे लाभार्थी, गांवों में लगाए जाएंगे चौपाल
उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में सामूहिक विवाह योजना के लाभार्थियों की कमी के कारण गांवों में चौपाल लगाने का निर्णय लिया गया है। योजना के प्रति उदासीनता को देखते हुए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा, जिससे अधिक से अधिक लोग इस योजना का लाभ उठा सकें।

सामूहिक विवाह योजना के नहीं मिल से लाभार्थी।
जागरण संवाददाता, दोकटी (बलिया)। विकासखंड मुरली छपरा में प्रदेश सरकार की बहुआयामी योजना सामूहिक विवाह योजना के लिए लाभार्थी नहीं मिल रहे हैं। इसके लिए संबंधित अधिकारियों द्वारा अथक प्रयास भी किया जा रहा है। प्रदेश में जब से भाजपा की सरकार आई है। सामूहिक विवाह योजना लागू किया किया गया है। जिसमें क्षेत्र के गरीब परिवार के कन्याओं का विवाह सरकारी खर्चे पर कराया जाता है साथ ही शादी की रस में नगद धनराशि भी शासन द्वारा दिया जाता है।
जब यह योजना लागू हुआ था तब इस योजना के तहत लगातार तीन बार लगभग 800 गरीब परिवार के कन्याओं का विवाह तत्कालीन विधायक सुरेंद्र सिंह द्वारा अथक प्रयास कर खपड़िया बाबा आश्रम पर कराया गया था। उसके बाद से इस योजना का लाभ क्षेत्र में न के बराबर रह गया।
जबकि शासन स्तर से सामूहिक विवाह अगले महीने नवंबर में निर्धारित है। किंतु इस योजना के तहत अब कोई अपने बच्चियों की शादी क्यों नहीं करना चाहता है। यह एक बहुत बड़ा यक्ष प्रश्न बना हुआ है। जबकि पहले से ज्यादा सरकार द्वारा अनुदान व सामान उपलब्ध कराया जा रहा है।
इस संबंध में खंड विकास अधिकारी मुरली छपरा शकील अख्तर अंसारी ने बताया कि सामूहिक विवाह योजना को लेकर हम लोग काफी गंभीर हैं इसके लिए प्रत्येक पंचायत में प्रधान सचिव व अन्य को निर्देशित किया गया है कि पात्र व्यक्तियों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन काराए। किंतु इसमें कोई खास सफलता नहीं मिल पा रही है। अभी तक मात्र चार पात्र व्यक्तियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है जबकि यहां का लक्ष्य 75 है।
खंड विकास अधिकारी ने एक तरफ जहां संबंधित प्रधान सचिव व कर्मचारियों को निर्देशित किया है कि अपने पंचायत में पात्र व्यक्तियों का रजिस्ट्रेशन करा कर सामूहिक विवाह योजना का लाभ पहुंचाएं वहीं समाजसेवी संस्थाओं से भी आग्रह किया है कि सामूहिक विवाह योजना के लिए पात्रों को चयनित कर इस योजना का लाभ दिलाया जाए।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।