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    गंगा में उतराया मिला किशोरों का शव, एक दिन पहले तीनों दोस्त साइकिल से गए थे कोचिंग; घाट पर मिली कॉपी-किताब

    Updated: Fri, 30 May 2025 06:07 PM (IST)

    बलिया के सतीघाट भूसौला में तीन किशोर गंगा नदी में डूब गए। ये तीनों कोचिंग पढ़ने के लिए घर से निकले थे। नहाते समय वे गहरे पानी में समा गए। शव मिलने के बाद परिवार में मातम छा गया। परिजन पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते थे लेकिन तहसीलदार के समझाने पर राजी हो गए।

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    गंगा में डूबे किशोर का शव मिलने के बाद दोकटी क्षेत्र के सतीघाट भुसौल में जूटी भीड़।

    संवाद सूत्र, दोकटी (बलिया)। क्षेत्र के सतीघाट भूसौला के सामने शुक्रवार को सुबह तीनों किशोरों का शव गंगा में उतराया मिला। एक दिन पहले तीनों दोस्त साइकिल से एक साथ कोचिंग में पढ़ने के लिए गए थे। उनकी साइकिल और किताब-कापी घाट पर मिले थे।

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    जानकारी होते ही परिवार पर गम का पहाड़ टूट पड़ा। एकलौते बेटे की मौत से एक परिवार का चिराग बुझ गया। घाट पर पहुंचे परिवार के लोग पोस्टमार्टम नहीं कराना चाह रहे थे। इसको लेकर काफी देर तक झिकझिक होती रही। हालांकि तहसील प्रशासन को समझाने के बाद मामला शांत हो गया।

    सावन छपरा निवासी राजन गोड़ का 15 वर्षीय पुत्र विनय गोड़, योगेंद्र गोड़ का 15 वर्षीय पुत्र संदीप गोड़ व बेचन छपरा निवासी मोहम्मद सफीक का 16 वर्षीय पुत्र वसीम सुबह घर से एक साथ कोचिंग जाने के लिए निकले और वह सीधे स्नान करने के लिए सती घाट भूसौला पर पहुंच गए।

    इस दौरान घाट पर ही तीनों साइकिल खड़ी कर स्नान करने लगे थे। नहाते समय वह गहरे पानी में समा गए। घाट पर पड़ी कापी- किताब में लिखे गांव का नाम को पढ़कर आसपास के लोगों ने प्रधान को फोनकर जानकारी दी।

    गुरुवार को रात होने के कारण तलाश नहीं हो सका था। सुबह ही तीनों किशोरों का शव उतराया मिला। इसकी जानकारी होते ही परिवार पर गम का पहाड़ टूट पड़ा। मां के करुण क्रंदन सुनकर हर किसी का कलेजा फटा जा रहा था।

    बुझ गया चिराग, मौसी ने बचपन से ही लिया था गोद

    सावन छपरा निवासी राजन गोड़ के विनय और शनि दो लड़के थे। गांव में ही रहने वाली मौसी केसरी देवी को बच्चे नहीं थे। वह बचपन से ही विनय को गोद ले लिया था। होनी को भला कौन टाल सकता है। गोद लिया बच्चा भी ईश्वर ने उसे छिन लिया। उसका रो-रोकर बुरा हाल हो गया। एकलौते गोद लिए बेटे की माैत होने से परिवार का चिराग बुझ गया।