Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मौसम हुआ खुशनुमा, हवाओं से गर्मी में कमी

    By JagranEdited By:
    Updated: Tue, 24 May 2022 07:12 PM (IST)

    जागरण संवाददाता बलिया मई में उमस भरी गर्मी झेलने के बाद सोमवार की शाम से लोगों को कुछ

    Hero Image
    मौसम हुआ खुशनुमा, हवाओं से गर्मी में कमी

    जागरण संवाददाता, बलिया : मई में उमस भरी गर्मी झेलने के बाद सोमवार की शाम से लोगों को कुछ राहत मिलनी शुरू हो गई है। मंगलवार को भी लोगों ने राहत महसूस की। आसमान में हल्के बादल के चलते धूप भी नरम रहा, इससे जिले के लोग खुशनुमा मौसम का अनुभव किए। हालांकि अभी बारिश नहीं हुई है, फिर भी ठंडी हवाओं ने गर्मी पर काबू पा लिया है। घर की दीवारें जो गरम होकर उमस बढ़ा रहीं थी, दो दिनों से ठंडी हो चलीं हैं। मौसम विज्ञान केंद्र मिड्ढा के वैज्ञानिकों ने बताया कि अधिकांश राज्यों में अभी आंधी, तूफान, बादल व बारिश की संभावना बनी हुई है। ऐसे में जिले में भी बारिश की उम्मीद है। पिछले साल जिले में समय पर मानसून आया था। मई में भी बारिश हुई थी। इस साल भी जून की शुरूआत से ही धूप छांव का सिलसिला जारी रहेगा। मंगलवार को तापमान में भी गिरावट आयी। अधिकतम 34 डिग्री और न्यूनतम 25 डिग्री दर्ज किया गया। ऐसे मौसम में सब्जी उत्पादकों को फायदा होगा। परवल के उत्पादक धनजी यादव ने बताया कि मौसम ठंडा होने या बारिश होने से उत्पादन बढ़ जाएगा, लेकिन बिजली की चमक और आंधी से परवल के खेती को नुकसान पहुंचता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    -------

    हवा के तेज होते ही बिजली गायब

    मौसम का मिजाज बदलते ही बिजली भी लोगों को झटका देने लगी है। सोमवार की शाम आयी आंधी के बाद शहर के कई मोहल्लों से बिजली गायब हो गई। ग्रामीण क्षेत्रों में भी कई गांवों की विद्युत सेवा प्रभावित हुई। शहर के सुनील सिंह ने बताया कि आंधी और बारिश के मौसम में ऐसा होता है। हवा का हल्का झोंका भी शहर की बिजली नहीं सह पाती है। विभाग के तमाम इंतजाम के बाद भी गांव से लेकर शहर तक इस मौसम में एक जैसे हालात हैं।

    बारिश होते ही शुरू होगी खेतों की जोताई

    जिले में लगभग पांच लाख कृषक खेती करते हैं। सभी को बारिश का इंताजार है। बारिश होते ही किसान खेतों की जोताई शुरू कर देंगे। किसान कमता यादव ने बताया कि जून के प्रथम सप्ताह तक भी यदि बारिश हो जाती है तो किसानो को बड़ा फायदा होगा। खरीफ की खेती के लिए किसान अपने खेतों को समय से तैयार कर लेंगे।