पीड़ितों को न्याय दिलाना मुख्य उद्देश्य : जस्टिस केसरवानी
आज के भौतिकवादी जैसे परिवेश में सबसे अधिक पीड़ित जनता होती है जो न्याय के लिए भटकते है। तमाम स्थानों से जब व्यक्ति न्याय से वंचित हो जाता है तब अदालत क ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, बलिया : आज के भौतिकवादी युग में सबसे अधिक पीड़ित जनता होती है। जो न्याय के लिए भटक रही है। तमाम स्थानों से जब व्यक्ति न्याय से वंचित हो जाता है तब अदालत की शरण में काफी उम्मीद लेकर आता है। ऐसी अवस्था में हमारी व आप सबकी नैतिक जिम्मेदारी बन जाती है कि उसे न्याय दिलाएं। यहीं न्यायपालिका का मुख्य उद्देश्य भी है। यह बात इलाहाबाद हाईकोर्ट से आए प्रशासनिक न्यायमूर्ति जस्टिस सूर्यप्रकाश केसरवानी ने अपने स्वागत समारोह के दौरान कही।
समारोह में जस्टिस केसरवानी ने कहा कि बलिया की माटी बहुत ऊर्जावान है जहां ऋषि मुनियों ने आकर तपस्या की और कल्याण किया। उन्होंने भृगु मंदिर व बालेश्वर मंदिर पहुंचकर मत्था टेका और आशीर्वाद लिया। इसके बाद दीवानी न्यायालय परिसर में नवनिर्मित चतुर्थ कक्षीय न्यायालय का उद्घाटन किया। इसके बाद दीवानी न्यायालय के प्रत्येक अदालतों व कार्यालय का गहन निरीक्षण किया। सिविल व क्रिमिनल बार के अधिवक्ताओं व न्यायिक अधिकारियों के साथ बैठक की जिसमें कर्मचारियों की समस्याओं को दूर करने का आश्वासन दिया।
इस मौके पर जिला जज गजेंद्र कुमार, न्याधीशगण में शिवमणि शुक्ल, चंद्रभानु सिह, दयाराम, कृष्ण स्वरूपधर द्विवेदी, सत्यप्रकाश त्रिपाठी, डा. जया पाठक, सीजेएम रमेश कुमार, पूनम कर्णवाल, यशपाल, सुशील कुमार, अनिल कुमार, अनुज ठाकुर, विजयभान आदि मौजूद थे।

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