तकनीकी टीम ने नए रेल ट्रैक का लिया जायजा, निर्देश
नई रेलवे ट्रैक का तकनीकी टीम ने लिया जायजा दिए निर्देश
जागरण संवाददाता, बांसडीहरोड (बलिया) : वाराणसी-छपरा रेलखंड पर बलिया से बांसडीहरोड स्टेशन के मध्य में बिछाई गई नई रेलवे ट्रैक पर परिचालन को सुरक्षा मानकों पर स्थापित किए जाने की जांच मंगलवार को पूर्वोत्तर रेलवे के प्रिसिपल चीफ इंजीनियर एसके पांडेय व कमिश्नर आफ रेलवे (सेफ्टी) मोहम्मद लतीफ खान ने किया। दोनों अधिकारी बलिया से बांसडीह रोड के बीच साढ़े तीन किलोमीटर के नए रेलवे ट्रैक की जांच की और विभिन्न बिदुओं पर मातहतों को निर्देश दिए। जांच के दौरान प्रिसिपल चीफ इलेक्ट्रिक इंजीनियर वी के राय व एडीआरएम वाराणसी प्रवीण कुमार भी मौजूद थे।
डायवर्जन को लेकर महीनों से उक्त रेलखंड पर सवारी गाड़ियों का परिचालन प्रभावित है। कुछ गाड़ियों को कॉशन आदि के सहारे चलाया जा रहा है, लेकिन अभी सुरक्षा मानकों की जांच के अभाव में परिचालन काफी हद तक प्रभावित है। पूर्व में बोहा में मिट्टी धंसने की वजह से दो बार पटरियों की खराबी के कारण उक्त रेलपथ पर परिचालन रोक दिया गया था। इसके बाद उन पटरियों पर रेलवे की सारी यांत्रिक व्यवस्था के फेल मारने के बाद परिचालन बहाल करने का कोई अन्य रास्ता न देख उक्त रेल पथ पर प्रस्तावित नई लाइन को काम लगाकर तत्काल बहाल किया गया। इसके बाद इस रेलपथ पर परिचालन तो बहाल हो गया, लेकिन सुरक्षा मानकों की जांच पूरी किये बिना इस रेलपथ पर परिचालन को पूरी तरह से हरी झंडी नही दिखाई जा सकती थी।
इसी क्रम में कई दिनों के यांत्रिक विभाग द्वारा काम किये जाने के बाद मंगलवार को एक बार फिर पूर्वोत्तर रेलवे के प्रिसिपल चीफ इंजीनियर व सेफ्टी कमिश्नर को मौके की जांच के लिए आना पड़ा। गौरतलब है कि सेफ्टी कमिश्नर के लाइन क्लियर के बाद ही उक्त रेलपथ को परिचालन के लिए पूरी तरह अनुकूल माना जाएगा। लिहाजा इस समस्या को बीते दिनों काफी करीब से देखने के बाद अधिकारीद्वय ने खुद की कलम से इसे उपयुक्त घोषित करने से पहले स्वयं मौके पर जाकर इसे जांचना और परखना उचित समझा।
इसी क्रम में बलिया से पूस ट्राली पर सवार होकर सेफ्टी कमिश्नर ने स्वयं एक एक स्पर की जांच की और जहां कहीं भी कुछ कमी दिखाई दी वहां मातहतों को आड़े हाथों लिया। किसी भी तरह की लापरवाही को एक नजर में उजागर करते हुए सेफ्टी कमिश्नर ने साढ़े तीन किलोमीटर का फासला लगभग दो घंटे में पार किया। इस दौरान परिचालन व यांत्रिक अनुभाग के स्थानीय अधिकारियों व कर्मचारियों की सांसें फूलती रहीं। जांच पूरी कर अधिकारियों का काफिला बांसडीहरोड स्टेशन पंहुचा जहां से अधिकारी अपने सैलून में बैठकर गंतव्य को रवाना हो गए।
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