छठवीं की छात्रा ने उठाया खौफनाक कदम, पांच साल के छोटे भाई ने शोर मचाकर बचाई जान
एक दर्दनाक घटना में, छठी कक्षा की एक छात्रा ने आत्महत्या का प्रयास किया, लेकिन उसके पांच वर्षीय भाई की सतर्कता के कारण उसकी जान बच गई। भाई ने शोर मचाकर परिवार को सतर्क किया, जिससे समय पर हस्तक्षेप हो सका। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

एक गांव में छठवीं कक्षा की छात्रा ने संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगा ली।
जागरण संवाददाता, बलिया: दुबहर क्षेत्र के कछुआ क्षेत्र स्थित एक गांव में छठवीं कक्षा की छात्रा ने संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगा ली। घर में मौजूद पांच साल के छोटे भाई ने शोर मचाकर बहन की जान बचाई। परिवार के लोगों ने उसे जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी हालत नाजुक होने पर डाक्टरों ने प्राथमिक इलाज के बाद वाराणसी के लिए रेफर कर दिया।
स्वजन के मुताबिक पिता गैर जनपद में प्राइवेट नौकरी करते है। गांव पर उनकी पत्नी के अलावा बड़ी बेटी और छोटी बेटी 10 वर्षीय के अलावा पांच साल का बेटा रहता है। फंदे पर लटकने वाली पांडेय के छपरा गांव स्थित एक प्राइवेट स्कूल में कक्षा छह की छात्रा है। शुक्रवार को छोटे भाई की शादी के लिए लड़की देखने के लिए परिवार की महिलाएं बांसडीह चली गई, जबकि बड़ी बेटी सुबह में खेत पर काम करने के लिए निकल गई।
घर पर सिर्फ बालिका और उसका पांच वर्षीय छोटा भाई था। इस बीच किसी कारणवश बालिका ने अपनी रिहायशी झोपड़ी में गमछे का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। बहन को फंदे पर लटकता देख मासूम भाई शोर मचाकर रोने लगा।
उसकी आवाज सुनकर उनके चाचा और पड़ोसी भागकर पहुंचे और बालिका को फंंदे से उतारकर जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां से उसे वाराणसी रेफर कर दिया गया। घटना की सूचना पाकर मां और परिवार की अन्य महिलाएं बीच रास्ते से ही लौट आए। अभी तक घटना के कारणों को लेकर कोई स्पष्ट बताने से परहेज कर रहा है।

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