Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बलिया के गोपाल नगर टाड़ी में सरयू नदी का कहर, 20 घर नदी में 24 घंटों में समा गए

    Updated: Thu, 25 Sep 2025 03:25 PM (IST)

    बलिया के गोपाल नगर टाड़ी में सरयू नदी का कटान तेज हो गया है जिससे पिछले 24 घंटों में 20 लोगों के घर नदी में समा गए हैं। बाढ़ और कटान की निगरानी के लिए बनाई गई चौकी भी नदी में विलीन हो गई। प्रभावित लोग अपना सामान लेकर सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं।

    Hero Image
    गोपाल नगर के जूनियर हाई स्कूल में राहत शिविर बनाया गया है।

    जागरण संवाददाता बैरिया (बलिया) सुरेमनपुर। दियारांचल के गोपाल नगर टाड़ी में सरयू नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण पिछले 24 घंटे में 20 लोगों का आशियाना कटान के कारण नष्ट हो चुका है। इस कटान ने गांव में अफरा-तफरी का माहौल पैदा कर दिया है। कटान की स्थिति इतनी गंभीर है कि बाढ़ और कटान की निगरानी के लिए स्थापित की गई बाढ़ चौकी भी गुरुवार को कटान की चपेट में आकर सरयू नदी में समाहित हो गई।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गुरुवार को ओम प्रकाश यादव, अवध यादव, महेश यादव, चंद्रमा यादव, चनेश्वर यादव, नारायण यादव, श्रीकांत यादव, गोरख यादव, बंगाली यादव, हरेंद्र यादव, मकईया बाबा के स्थान के पास हंसराज यादव, गणेश यादव, परशुराम यादव, गोपाल नगर टाड़ी उत्तर टोला के नंद जी यादव, रमाकांत यादव, रामनाथ यादव, विशु यादव सहित कुल 20 लोगों का आशियाना सरयू नदी में विलीन हो चुका है। जिनके मकान सुरक्षित हैं, वे अपने सामान, बच्चों और मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने के बाद अपने घरों को खुद ही उजाड़ने में लगे हुए हैं।

    गांव के पूर्व प्रधान प्रदीप यादव, ओम प्रकाश यादव, नारायण यादव, श्रीकांत यादव, हरेंद्र यादव, बंगाली यादव आदि ने बताया कि कटान की गति अत्यधिक तेज है। कटान रोधी कार्यों का कहीं भी प्रभावी अस्तित्व नहीं दिखाई दे रहा है। ऐसे में यहां के लोग पलायन कर पुराने सुरेमनपुर रेलवे लाइन पर शरण ले रहे हैं, जबकि कुछ लोग अपने रिश्तेदारों के पास जाकर सुरक्षित हो रहे हैं। कुल मिलाकर गोपाल नगर टाड़ी की स्थिति अत्यंत भयावह हो गई है।

    वहीं, सिवाल मठिया गांव के सामने भी कटान तेजी से हो रहा है। उपजाऊ भूमि को सरयू नदी अपने आगोश में समेटती जा रही है। शिवाल मठिया के ग्राम प्रधान परमात्मा गोंड़ ने बताया कि यदि कटान की स्थिति यही रही, तो बस्ती को गंभीर खतरा उत्पन्न हो जाएगा। उन्होंने प्रशासन से राहत और बचाव की मांग की है।

    बोले अध‍िकारी

    • अब तक 20 लोगों का आशियाना सरयू नदी में विलीन हो चुका है और 53 परिवार यहां से पलायन कर चुके हैं। गोपाल नगर के जूनियर हाई स्कूल को राहत शिविर के रूप में स्थापित किया गया है, जहां लोग रह सकते हैं। वहां जनरेटर और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। कटान क्षेत्र में भी जनरेटर चलाने की व्यवस्था की गई है ताकि रोशनी बनी रहे। हमारी बाढ़ चौकी भी सरयू नदी में विलीन हो चुकी है। यहां के लोगों के राहत और बचाव के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं। - आलोक प्रताप सिंह, उप जिलाधिकारी बैरिया।