Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बलिया में बीच सड़क पर जलजमाव में उतरे करंट से दो स्कूली छात्राओं की दर्दनाक मौत

    Updated: Wed, 24 Sep 2025 04:12 PM (IST)

    बलिया के न्यू जीराबस्ती गांव में करंट लगने से दो बहनों की दर्दनाक मौत हो गई। आंचल यादव (17 वर्ष) और अल्का यादव (12 वर्ष) धरहरा स्थित सेंट जेवियर्स स्कूल से पढ़कर लौट रही थीं। सड़क पर जलजमाव के कारण उतरे करंट की चपेट में आने से दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।

    Hero Image
    जलजमाव में उतरे करंट में दो स्‍कूली बच्‍च‍ियों की मौत।

    जागरण संवाददाता, बलिया। शहर से सटे न्यू जीराबस्ती गांव में करेंट की चपेट में आने से दो बहनों की मौत हो गई। दोनों धरहरा स्थित सेंट जेवियर्स स्कूल से पढ़कर घर लौट रही थीं, इस बीच सड़क पर हुए जलजमाव में उतरे करेंट की चपेट में आने से मौके पर ही आंचल यादव (17) एवं अल्का यादव (12) की मौत हो गई।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    स्‍थानीय लोगों के अनुसार रोज की तरह दोनों बहनें स्‍कूल से पढ़कर अपने घर की ओर से लौट रही थीं। इसी दौरान जलजमाव से होकर गुजरने के दौरान दोनों ही उसमें प्रवाह‍ित हो रहे करंट की चपेट में आ गईं। दोनों की मौत होने के बाद स्‍थानीय क्षेत्र में हड़कंप मच गया। आनन फानन इस बाबत ब‍िजली व‍िभाग को सूच‍ित करने के साथ ही पुल‍िस को भी स्‍थानीय लोगों ने सूचना दी तो व‍िध‍िक कार्रवाई शुरू की गई। 

    वहीं स्‍थानीय क्षेत्र में ब‍िजली व‍िभाग की लापरवाही से दो स्‍कूली छात्राओं की मौत होने के बाद ग्रामीणों में आक्रोश की स्‍थ‍ित‍ि रही। जबक‍ि जानकारी होने के बाद मौके पर पहुंची पुल‍िस व‍िध‍िक कार्रवाई में जुट गई। पुल‍िस के अनुसार ब‍िजली व‍िभाग की प्रारंभ‍िक लापरवाही से सगी बहनों की करंट से मौत हुई है। पर‍िजनों से प्राप्‍त श‍िकायत के बाद शेष व‍िध‍िक कार्रवाई की जाएगी। वहीं जानकारी होने के बाद मौके पर पहुंचे पर‍िजनों का रो रोकर बुरा हाल रहा।

    स्‍थानीय लोगों के अनुसार लगभग बीस दिनों से जीराबस्ती में बारिश का पानी लगा है। यह पूरा क्षेत्र ही पानी से पूरी तरह डूबा हुआ है। बस्ती के लोगों ने कई बार इसकी शिकायत दर्ज कराई गई है लेकिन जिम्मेदारों ने संज्ञान नहीं लिया है। परिवार के लोगों की ओर से तहरीर दी जा रही है। दोनों बेटियां हीं परिवार की संतान थीं, दोनों के न‍िधन से अब पर‍िवार में कोई भी संतान शेष नहीं बची। पर‍िजनों की चीत्‍कार से क्षेत्र में मातम की स्‍थ‍िति‍ रही।