लस्सी बेचने वाले की बेटी को राष्ट्रपति के हाथों मिला पुरस्कार, जिले का बढ़ा मान
बलिया जिले में लस्सी बेचने वाले की बेटी को राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया गया, जिससे जिले का मान बढ़ा है। यह सम्मान शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प् ...और पढ़ें

लस्सी बेचने वाले की बेटी को राष्ट्रपति के हाथों मिला पुरस्कार।
जागरण संवाददाता, बैरिया (बलिया)। क्षेत्र के ग्राम पंचायत दलनछपरा सेमरतर की बेटी खुशबू यादव ने संघर्ष, मेहनत और प्रतिभा के बल पर वह मुकाम हासिल किया है, जिस पर पूरा जनपद गर्व महसूस कर रहा है। सीमित संसाधनों और आर्थिक अभावों के बीच पली-बढ़ी खुशबू ने देश स्तरीय पेंटिंग प्रतियोगिता में 83 लाख प्रतिभागियों को पीछे छोड़ते हुए तीसरा स्थान प्राप्त कर राष्ट्रपति के हाथों पुरस्कार प्राप्त किया है।
यह सम्मान उन्हें नोएडा स्थित विज्ञान भवन में प्रदान किया गया। महज 13 वर्ष की उम्र में मिली यह उपलब्धि केवल एक पुरस्कार नहीं, बल्कि उन लाखों बच्चों के लिए प्रेरणा है जो विपरीत परिस्थितियों में भी बड़े सपने देखते हैं।
खुशबू यादव वर्तमान में कक्षा सात की छात्रा हैं और अपने माता-पिता के साथ हरियाणा के गुरुग्राम जनपद के शिकोहपुर में रहती हैं। उनके माता-पिता लस्सी बेचकर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। कठिन परिस्थितियों के बावजूद खुशबू ने अपनी कल्पनाओं और रंगों के माध्यम से वह चित्र रचा, जिसने निर्णायकों को भी प्रभावित कर दिया।
खुशबू राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, शिकोहपुर की छात्रा हैं। उन्होंने मीडिया से बातचीत में बताया कि वह बलिया जनपद के बैरिया तहसील क्षेत्र के दलनछपरा गांव के सेमर तर निवासी हरिशंकर यादव की पुत्री हैं।
तीन भाई-बहनों में खुशबू अपने भाइयों गोलू यादव और सनी देवल यादव के साथ पली-बढ़ी हैं। उनकी इस सफलता में विद्यालय की प्रधानाचार्य नीलम कुमारी और कला अध्यापिका कविता यादव के मार्गदर्शन की अहम भूमिका रही है। जैसे ही खुशबू की उपलब्धि की खबर गांव पहुंची, पूरे दलनछपरा में खुशी की लहर दौड़ गई।
पूर्व ग्राम प्रधान विद्यासागर यादव ने कहा कि खुशबू ने यह साबित कर दिया है कि गरीबी प्रतिभा की राह में बाधा नहीं बन सकती। खुशबू यादव की कहानी आज हर उस बच्चे के लिए उम्मीद की किरण है, जो अभावों में भी अपने सपनों को साकार करने का साहस रखता है।

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