Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कहीं बिगड़ेंगे बोल तो कहीं आज रूठेंगे अपने भी लोग

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 30 Nov 2017 10:54 PM (IST)

    जागरण संवाददाता, जयप्रकाशनगर (बलिया) : नगर पंचायत चुनाव की मतगणना शुक्रवार को शुरू होग ...और पढ़ें

    Hero Image
    कहीं बिगड़ेंगे बोल तो कहीं आज रूठेंगे अपने भी लोग

    जागरण संवाददाता, जयप्रकाशनगर (बलिया) : नगर पंचायत चुनाव की मतगणना शुक्रवार को शुरू होगी। ऐसे में एक माह के तमाम राजनीतिक उठा-पटक के बाद आखिर वह घड़ी आ ही गई जब सभी प्रत्?याशियों के भाग्?य का पिटारा खुलेगा। इसमें किसी के सिर अध्?यक्ष का ताज सजेगा तो किसी के पांव तले जमीन ही खिसक जाएगी। नगर पंचायत के हर वार्ड से जब मतपेटिका खुलेगी, तब असल रूप से प्रत्?याशियों को अपनों की पहचान भी होगी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इसमें ये भी संभव है कि यहीं से पराजय का मुंह देखने वाले प्रत्?याशियों व उनके समर्थकों के बोल भी बिगड़ने शरू हो जाएंगे। परिणाम को लेकर जुबान भी फिसलेगी तो आपसी संबंधों की वह मजबूत गांठ भी खुलनी शुरू हो जाएगी। यहां तक कि चुनाव से पहले जो लोग प्रत्?याशी के खास हुआ करते थे उन पर भी धोखेबाजी के इल्?जाम लगेंगे। बहुत स्?थानों पर लोग अपनों से भी रूठ जाएंगे तो बातचीत तक बंद होने की संभावना रहेगी। नगर पंचायत का यह चुनाव परिणाम हर वार्ड में आपसी संबंधों के बीच विष घोलने का भी काम कर सकता है। इसके अलावा मुर्गा-दारू, रुपए और साड़ी आदि बांटने का वह गोपनीय किस्?सा भी आज के बाद बेपर्दा हो जाएगा। बेनकाब होंगे वोट के ठेकेदार भी, और काफी उलझन में होंगे, रुपए थामने वाले मतदाता भी। इस बीच जिसके सिर नगर पंचायत अध्?यक्ष का ताज होगा, उसका तो सारा जहां आज अपना होगा। जो लोग विजयी प्रत्?याशी को वोट नहीं भी दिए होंगे, वह भी उनसे अपना संबंध स्?थापित करना चाहेंगे। ऐसे में इसे लेकर हर ओर चर्चाओं का बाजार गर्म है तो प्रत्याशी व समर्थक भी अपने हिसाब से तैयारी में लगे हैं। इसमें पुलिस संग प्रशासन भी हर स्थिति-परिस्थिति से निपटने को कमर कस कर तैयार है।

    दलीय सेहत पर भी पड़ेगा असर

    नगर पंचायत चुनाव में परिणाम के बाद भाजपा, सपा, बसपा, और कांग्रेस के सेहत पर भी असर पड़ेगा। वैसे भी यह चुनाव लगभग सभी पार्टियां पूरी तरह विधानसभा चुनाव के तर्ज पर ही लड़ी हैं। इसलिए नतीजों का आकलन भी उसी तर्ज पर होना है। इसमें जिस दल के प्रत्?याशी ज्?यादा संख्?या में विजयी होंगे, माना जाएगा कि उस दल का जनाधार यूपी में तेज गति से बढ़ रहा है। वहीं जो दल इस चुनाव में पिछड़ जाएंगे उनकी लोकप्रियता भी जनता बखूबी जान लेगी। इसलिए अब सभी भाग्?य का पिटारा खुलने के ही इंतजार में हैं।