बलिया के चक्की नौरंगा में गंगा का कहर, पांच और मकान गंगा की लहरों में समा गए, देखें वीडियो...
बलिया के चक्की नौरंगा में गंगा के जलस्तर में कमी के बावजूद कटान जारी है। शनिवार को पांच और मकान गंगा में विलीन हो गए जिससे अब तक 126 मकान कटान की भेंट चढ़ चुके हैं। प्रभावित लोगों में शिवकुमार ठाकुर हिमांशु ठाकुर शामिल हैं। प्रधान सुरेंद्र ठाकुर के अनुसार 1200 एकड़ उपजाऊ भूमि गंगा में समा चुकी है।

जागरण संवाददाता, बैरिया (बलिया)। गंगा का मानसूनी सत्र के दौरान चौथी बार बाढ़ में विगत चौबीस घंटों में अकेले बलिया जिले में ही एक गांव के पांच मकान गंगा में समा गए। गंगा नदी के जलस्तर में घटाव के बावजूद गंगा उस पार चक्की नौरंगा में कटान रुकने का नाम नहीं ले रहा है।
शनिवार को तड़के पांच और लोगों का मकान कटान के भेट चढ़ गया। अब इस गांव में गंगा के कटान के कारण मकानों के विलीन होने की संख्या 126 पहुंच गई हैं। जिन लोगों का मकान शनिवार के तड़के सुबह जिन लोगों का मकान गिरा है उनमें शिवकुमार ठाकुर, हिमांशु ठाकुर, राजकुमार ठाकुर, शिवजी राम, उधारी राम के नाम शामिल हैं।
देखें वीडियो :
#Balia के चक्की नौरंगा में गंगा की भीषण बाढ़ से हो रही कटान में पांच और मकान समा गए। pic.twitter.com/Hv2tl5jPvC
— Abhishek sharma (@officeofabhi) September 13, 2025
वहीं दूसरी तरफ नौरंगा के प्रधान सुरेंद्र ठाकुर का कहना है कि अबतक 12 सौ एकड़ उपजाऊ भूमि गंगा में विलीन हो चुकी है जो लोग किसान थे वो कटान के कारण भूमिहीन होकर खेतिहर मजदूर बनने की स्थिति में पहुंच गए है।
उपजिलाधिकारी बैरिया आलोक प्रताप सिंह ने बताया कि सरकारी आंकड़े के अनुसार 104 लोगों का आशियाना गंगा में विलीन हो चुका हैं इसमें से अधिकांश को गृह अनुदान दे दिया गया है जो शेष बचे है उन्हें गृह अनुदान देने के लिए उचित कार्यवाई की जा रही है। बाढ़ का पानी कम होने पर जमीन कटने व फसल नुकसान का सर्वे कराकर मुआवजा दिया जाएगा ।
दूसरी तरफ मुरली छपरा, उदईछपरा, मिश्र के हाता, पांडेयपुर, मिश्र गिरी के मठिया, चिंतामणि राय के टोला, गुदरी सिंह के टोला, बुधनचक सहित दर्जन भर गांवो के ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी बैरिया से गुहार लगाई है कि जहां बाढ़ का पानी निकल चुका है वह ब्लीचिंग पाउडर व मच्छर मारने वाली दवा छिड़कने को सम्बन्धित विभाग को निर्देशित करें।
सुरेमनपुर दियरांचाल में बाढ़ की स्थिति सामान्य
सुरेमनपुर दियरांचाल में बाढ़ की स्थिति तेजी से समाप्त हो रही है क्योंकि सरयू नदी में तेजी से घटाव हो रहा हैं। शिवाल मठिया के प्रधान परमात्मा गोंड़ ने बताया कि अब बाढ़ की स्थिति नही है जनजीवन पूरी तरह से सामान्य हो गया है। हालांकि बाढ़ के बाद कीचड़ और मच्छर जनित बीमारियां एक बार फिर से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सिर उठाने लगी हैं।
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