Ganga Setu: यूपी-बिहार को जोड़ने वाले सेतु का कार्य बंद कर गायब हुए ठेकेदार, फरवरी 2021 में हुआ था शिलान्यास
बलिया के दोकटी में यूपी-बिहार को जोड़ने वाले गंगा सेतु का काम दो साल से रुका है। 2021 में शिलान्यास हुआ था पर ठेकेदार गायब हैं। गंगा कटान से पिलर बढ़ने के कारण देरी हो रही है। किसानों को भारी परेशानी हो रही है जिन्हें नाव से खेत जाना पड़ता है। अधिकारियों की लापरवाही से क्षेत्र के लोग निराश हैं।

संवाद सूत्र, दोकटी (बलिया)। यूपी-बिहार को जोड़ने वाले गंगा तट शिवपुर घाट पर बन रहे सेतु का काम विगत दो वर्षों से कार्य बंद पड़ा हुआ है। ठेकेदार अपना सामान लेकर गायब हैं। वर्ष 2016 में इस सेतु की स्वीकृति मिली थी। फरवरी 2021 में सेतु का शिलान्यास हुआ।
उस समय अधिकारियों ने कहा था कि दो साल में सेतु का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाएगा, लेकिन अब निर्माण की गति देख ऐसा लग रहा है कि सेतु को तैयार होने पर अभी लंबा समय लग सकता है।
सेतु में कुल 19 पिलर बनने थे, लेकिन गंगा कटान को लेकर अब पिलरों की संख्या में वृद्धि की गई है। कटान के दृष्टिगत सर्वे टीम ने नौ पिलर बढ़ाने की संस्तुति की है, लेकिन कार्य बंद होने से लोग सवाल उठा रहे हैं।
क्षेत्र के बहुआरा, नरदरा, भुसौला, जगदीशपुर, सेमरिया, शिवपुरी कपूर दियर, बिहार के लक्ष्मी टोला के किसान बताते हैं कि सेतु के बन जाने पर बहुत बड़ी समस्या का हल हो जाएगा। सेतु के नहीं होने के चलते किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
दोनों तरफ के किसानों की भूमि एक-दूसरे सीमा में हैं। फसल की बोआई या कटाई के समय में किसानों को नाव से पार कर एक-दूसरे सीमा में जाना पड़ता है।
किसान रामेश्वर पांडेय, सुरेंद्र मिश्रा, कौशल कुमार, बहादुर सिंह, अमित तिवारी आदि ने बताया कि इस सेतु के निर्माण को लेकर विभाग के अधिकारी भी गंभीर नहीं हैं।
ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे में कई स्थानों पर कार्यदायी संस्था ने दो माह में ही 20 से अधिक पिलर खड़ा कर दे रही है, लेकिन निर्माणधीन सेतु का कार्य कच्छप गति से चल रहा है। इसके चलते पूरे क्षेत्र के लोग निराश हैं।
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