भगवान राम में दिव्य दुलर्भ गुण, युवा विचारों को करें आत्मसात
बलिया रामलीला मैदान में द वैदिक प्रभात फाउण्डेशन के और से आयोजित श्रीमछ्वागवत बाल्मीकि रामायण प्रवचन के चौथे दिन जगतगुरु विद्याभष्कर जी महाराज ने कैकेयी मंथरा और राजा दहरथ की मन को छू जाने वाली कथा सुनायी। और गाय के विशेषता भी बताए। हरिनाम नही तो जीना क्या... भजन पर श्रोता खूब झूमे ।
जासं, बलिया : रामलीला मैदान में द वैदिक प्रभात फाउंडेशन के और से आयोजित श्रीमद्भागवत वाल्मीकि रामायण प्रवचन के चौथे दिन बड़ संख्या में भक्त पहुंचे। कथा सुनाते हुए जगतगुरु विद्याभाष्कर जी महाराज ने कैकेयी, मंथरा और राजा दहरथ की मन को छू जाने वाली कथा सुनायी। गाय की विशेषता भी बताई। हरिनाम नहीं तो जीना क्या... भजन पर श्रोता खूब झूमे ।
विद्याभाष्करजी ने भक्तों की समस्याओं का समाधान किया और युवाओं को भगवान राम के विचारों को आत्मसात करने की सीख दी। शहर के रामलीला मैदान में चल रही श्रीमद्भागवत वाल्मीकि रामायण के चौथे दिन गुरुवार को नागरिकता संशोधन कानून छाया रहा । महर्षि बाल्मीकि और राम की एक कथा कहते हुए कहा कि दुष्टों की यह आदत है वे जब उंचाई पर नहीं पहुंच पाते तो तरह- तरह से उसकी बुराई करते है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।