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    टिकट बिक्री करेंगे बुकिंग एजेंट, स्टेशन मास्टर को मिलेगी मुक्ति

    By JagranEdited By:
    Updated: Sat, 09 Jul 2022 06:28 PM (IST)

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    टिकट बिक्री करेंगे बुकिंग एजेंट, स्टेशन मास्टर को मिलेगी मुक्ति

    टिकट बिक्री करेंगे बुकिंग एजेंट, स्टेशन मास्टर को मिलेगी मुक्ति

    जागरण संवाददाता, बलिया : स्टेशन मास्टर को टिकट बेचने की जिम्मेदारी से मुक्ति मिलने वाली है। एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों के स्टापेज वाले जिले के 15 छोटे रेलवे स्टेशनों पर स्टेशन टिकट बुकिंग एजेंट (एसटीबीए) द्वारा अनारक्षित टिकट की बिक्री होगी। यात्रियों को ट्रेनों के आने व जाने से संबंधित जानकारी भी देनी होगी। टिकट बिक्री पर तय कमीशन बुकिंग एजेंटों को मिलेगा। इसके लिए रेलवे स्थानीय व्यक्ति को प्रथम वरियता दे रहा है। 17 स्टेशनों में एक स्टेशन बी, एक सी व आठ डी व छह ई श्रेणी के हैं। पूर्व से ई श्रेणी (हाल्ट) के सभी स्टेशनों पर आरक्षित टिकट बेचने की जिम्मेदारी ठेकेदार की है। सी श्रेणी के सुरमेनपुर और डी श्रेणी के सहतवार स्टेशन पर टिकट बुकिंग एजेंट के लिए 32 लोगों ने आवेदन किया है। सभी आवेदनों की जांच प्रकिया चल रही है। पूरी होने के बाद सात दिवसीय ट्रेनिंग के पश्चात उक्त व्यक्ति को जिम्मेदारी मिलेगी।

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    टिकट बिक्री पर मिलेगा कमीशन

    एजेंट को हर माह बिकने वाले टिकट पर कमीशन मिलेगा। एक माह में एक लाख का जनरल टिकट बिक्री करने पर 10,950 रुपये मिलेंगे। कम बिक्री पर कमीशन कम हो जाएगा। ड्यूटी 24 घंटे होगी। टिकट बेचने के साथ ट्रेनों के आने-जाने की जानकारी देनी होगी।

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    बलिया बी और सुरेमनपुर सी श्रेणी का स्टेशन

    रेलवे ने यात्रियों व ट्रेनों की संख्या और आय के आधार पर स्टेशनों को बांट रखा है। ई-श्रेणी के स्टेशन को हाल्ट कहा जाता है, यहां केवल पैसेंजर ट्रेनें रुकती हैं, टिकट की ब्रिकी ठेकेदार करते हैं। डी-श्रेणी के स्टेशन पर स्टेशन मास्टर व कर्मचारी तैनात होते हैं। यहां टिकट की बिक्री स्टेशन मास्टर को करनी पड़ती थी। सी-श्रेणी के रेलवे स्टेशनों पर रेलवे कर्मचारियों के तैनात होने के साथ एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनें रुकती हैं लेकिन, यात्रियों की संख्या कम होती है। टिकट की बिक्री करने के लिए बुकिंग क्लर्क होते हैं। ए व बी श्रेणी के बड़े स्टेशनों पर जनरल टिकट और आरक्षण टिकट की ब्रिकी को अलग कर्मचारी की व्यवस्था है।