Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    SIR के बाद बांग्लादेशी व रोहिंग्या की घुसपैठ की सुगबुगाहट, पुलिस ने जांच की शुरू

    Updated: Tue, 16 Dec 2025 04:26 PM (IST)

    विदेशी घुसपैठ को रोकने के लिए सरकार और जांच एजेंसियों की सक्रियता के बाद एसआइआर प्रक्रिया लगभग पूर्ण होने के बाद अब पुलिस संदिग्ध लोगों की जाँच में जु ...और पढ़ें

    Hero Image

    जागरण संवाददाता,नगरा (बलिया)। विदेशी घुसपैठ को रोकने के लिए सरकार और जांच एजेंसियों की सक्रियता के बाद एसआइआर प्रक्रिया लगभग पूर्ण होने के बाद अब नगर पंचायत नगरा,भीमपुरा थाना क्षेत्र का क्रिडिहरापुर रेलवे स्टेशन तथा जगह जगह झुग्गी झोपडी डालकर रह रहे प्रवासियों में बांग्लादेशी और रोहिंग्या के गलत तरीके से घुसपैठ करने और स्थानीय स्तर पर प्रमाण पत्र हथिया लेने की चल रही सुगबुगाहट के सामने आने के बाद अब ऐसे लोगो का जांच कार्य शुरू हो गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इससे संदिग्ध लोगो में खलबली मच गयी है।अकेले नगरा में सौ की संख्या में ऐसे लोग हैं जिन्हें वर्ष 1996-2000 के आस पास मतदाता बना दिया गया था।वहीं इनके आधार कार्ड भी बन गये हैं।प्रशासनिक निगाह से ऐसे लोगो में समस्या बढ गयी है।ऐसे परिवार जो दो दशक पहले घूमंतु व बंजारे के रूप में आये थे व सडक किनारे तथा अन्य जगहों पर निवास करने लगे है।


    अब उपजिलाधिकारायों तथा नगर पंचायत में जांच करके रिपोर्ट मांगी गई है। इन कार्यालयों में सत्यापन के साथ ही अवैध निवासियो द्वारा घुसपैठ करने की आशंका की जाँच शुरू हो गयी है।पुलिस ने भी रिकॉर्ड खंगालने शुरू कर दिये हैं।

    यह जाँच प्रक्रिया गुरूवार की सुबह से ही शुरू है।जांच से जुड़े सूत्रों के अनुसार क्षेत्र में विगत दो दशक में आकर अस्थाई रूप से काम धंधा करने वालों के बारे में जानकारी ली जा रही है।

    वहीं आशियाना बनाकर रह रहे लोगो के रिकार्ड खंगाले जा रहे है।अब उनकी गतिविधि आदि की जानकारी लेने के बाद जब तहकीकात पूरी होगी तो संबंधित थाने को जानकारी देकर निवास सहित अन्य जांचें पूरी कर कार्रवायी की जायेगी।

    रसडा तहसील के नगर पंचायत नगरा,ग्राम पंचायत पडसरा जूडन व झुग्गी झोपडी में बांग्लादेशी और रोहिंग्या संदिग्धों की संभावित घुसपैठ है।सूत्रों के मुताबिक शासन के निर्देश पर कई सुरक्षा एजेंसियां प्रदेश भर में झुग्गी-झोपड़ियों, अस्थाई बस्तियों में निवास करने वालों के सर्च अभियान में जुटी हैं।

    टीमों का फोकस उन जगहों पर है, जहां बाहरी लोग बिना पहचान के लंबी अवधि तक रुके रहते हैं।अधिकारियों के मुताबिक अब तक की छानबीन में किसी भी बांग्लादेशी या रोहिंग्या के छिपे होने की सूचना नही मिल सकी है। प्रमाणिकता की जानकारी की जा रही है। संदिग्ध गतिविधियों से जुड़े इनपुट मिलने पर लगातार अभियान जारी रहेगा।

    सीओ आलोक कुमार गुप्ता ने बताया कि एसआइआर प्रक्रिया चल रही है।रोहिंग्या व बंगलादेश के बार्डर के लोगो के क्षेत्र में रहने की अपुष्ट जानकारियां मिली हैं। समय समय पर संदिग्धलोगो की जाँच होती रहती है।।