Ballia News: चेतावनी के तीन महीने बाद भी सदर तहसील की नहीं सुधरी व्यवस्था, डीएम नाराज
बलिया में डीएम ने तहसील कार्यालय का औचक निरीक्षण किया और फाइलों के रखरखाव में लापरवाही पर तहसीलदार को फटकार लगाई। कार्यालय की व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। दूसरी ओर बलिया में बन रहे बस स्टैंड के निर्माण में अनियमितता का आरोप लगाते हुए राष्ट्र संघ विश्व शांति मिशन ने जांच की मांग की है।

जागरण संवाददाता, बलिया: डीएम मंगला प्रसाद सिंह ने गुरुवार को सदर तहसील स्थित कोर्ट कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। वाद रजिस्टर की जांच करते हुए उन्होंने रजिस्ट्रार कार्यालय से प्राप्त फाइलों को जल्द निस्तारित करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान अलमारियों एवं कंप्यूटर पर जमी धूल- मिट्टी देखकर डीएम ने तहसीलदार को फटकार लगाते हुए कहा कि सफाई में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने कार्यालय की व्यवस्था तत्काल सुधारने के निर्देश दिए। डीएम ने अभिलेखागार में फाइलों का रख- रखाव अव्यवस्थित पाया।
खिड़कियों में शीशे और सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा होने पर डीएम ने नाराजगी जताते हुए कक्ष को तत्काल सील कर दिया। डीएम ने वहां एक होमगार्ड की तैनाती का निर्देश दिया।
डीएम ने बताया कि तीन माह पूर्व ही तहसीलदार को फाइलों के सुव्यवस्थित रख-रखाव एवं सीसीटीवी कैमरा लगाने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन निर्देशों का अनुपालन नहीं होने पर उन्होंने तहसीलदार को फटकार लगाते हुए कार्रवाई की चेतावनी दी। निरीक्षण के दौरान एडीएम अनिल गुप्ता, सीआरओ त्रिभुवन, एसडीएम सदर तिमराज सिंह आदि थे।
रोडवेज बस स्टैंड में मनमानी का आरोप
जिले में 155 करोड़ की लागत से बनने वाले पांच मंजिला बस स्टैंड के निर्माण में मनमानी का आरोप लगाते हुए राष्ट्र संघ विश्व शांति मिशन ने मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, राज्यपाल और प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर जांच की मांग की है। पत्र में आरोप है कि परियोजना के लिए जारी 49 करोड़ के बजट का दुरुपयोग हो रहा है।
निर्माण में जंगे लगे सरिये का इस्तेमाल हो रहा है। जबकि सीमेंट मसाले की गुणवत्ता भी खराब है। कहा कि निर्माण कार्य में हीलाहवाली से बड़ी दुर्घटना हो सकती है। आरोप लगाया कि निर्माण कार्य का निरीक्षण करने के बावजूद अधिकारी घटिया सामग्री के उपयोग पर रोक नहीं लगा रहे हैं।
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