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    बलिया लिक एक्सप्रेस वे निरस्त, ग्रीनफील्ड से बिहार को जोड़ेगा 17 किमी लंबा 'बक्सर स्पर'

    By JagranEdited By:
    Updated: Fri, 06 May 2022 11:07 PM (IST)

    संग्राम सिंह बलिया गाजीपुर से बलिया होते हुए मांझीघाट तक प्रस्तावित ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे के

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    बलिया लिक एक्सप्रेस वे निरस्त, ग्रीनफील्ड से बिहार को जोड़ेगा 17 किमी लंबा 'बक्सर स्पर'

    संग्राम सिंह, बलिया : गाजीपुर से बलिया होते हुए मांझीघाट तक प्रस्तावित ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे के जरिए सिर्फ पूर्वांचल ही नहीं बल्कि बिहार को रफ्तार भरने का अवसर मिलेगा। एक साल पहले स्वीकृत बलिया लिक एक्सप्रेस वे परियोजना को निरस्त कर दिया गया है। इसके स्थान पर अब ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे प्रोजेक्ट को समृद्ध किया जा रहा है। परियोजना गाजीपुर के जंगीपुर से शुरू होकर मांझीघाट में खत्म हो रही है। स्वीकृत एलाइनमेंट के अनुसार प्रोजेक्ट को गाजीपुर के उत्तमनगर में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से भी जोड़ा जा रहा है। यहां से करीब चार किलोमीटर आगे उत्तर दिशा में करिमुद्दीनपुर से बक्सर व आरा जिले तक जुड़ाव के लिए करीब 17.27 किलोमीटर लंबी 'बक्सर स्पर' परियोजना को मंजूरी मिली है। यह टू-लेन लिक रोड होगा, जो खड़ीहा होते हुए बलिया के भरौली से करीब एक किलोमीटर आगे नेशनल हाईवे-82 (बलिया-बक्सर-आरा राष्ट्रीय राजमार्ग) पर गंगा के पुल पर खत्म होगा। 260 करोड़ रुपये में निर्माण कराया जाएगा। करिमुद्दीनपुर में एक आरओबी (रेलवे ओवरब्रिज) भी बनाया जाएगा, इसके निर्माण पर 150 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसकी डिजाइन स्वीकृत कर ली गई है। जमीन अधिग्रहण के आदेश हुए हैं, उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपिडा) और गाजीपुर व बलिया के प्रशासन को जमीनों का ब्योरा एकत्र करने के लिए पत्र लिखा गया है। मुआवजा राशि का आंकलन किया जाने लगा है। इसके आधार पर डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार किया जाएगा। बता दें कि ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे को पहले ही एनएच-29 (गोरखपुर-गाजीपुर-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग) और एनएच-19 (गाजीपुर-बलिया-मांझीघाट राष्ट्रीय राजमार्ग) से जोड़ दिया गया है, इस तरह बक्सर स्पर परियोजना के जरिए एनएच-84 के जुड़ने से तीसरे राष्ट्रीय राजमार्ग से कनेक्टिविटी हो जाएगी। ------------------- लिक एक्सप्रेस वे को मिले थे 50 करोड़, अब बचेंगे 700 करोड़

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    एक साल पहले बलिया लिक एक्सप्रेस वे परियोजना स्वीकृत हुई थी। यह गाजीपुर के हरदिया से शुरू होकर बलिया के तीखा गांव (फेफना) तक बनना था। 33 किलोमीटर लंबी परियोजना के लिए प्रदेश सरकार ने करीब 50 करोड़ आवंटित भी कर दिए थे। करीब 700 करोड़ की कार्ययोजना भी तैयार कर ली गई थी। 23 किलोमीटर सड़क गाजीपुर जबकि 10.20 किलोमीटर हिस्सा बलिया में था। दिल्ली की कंपनी एलएन मालवीय को सर्वे और डीपीआर तैयार करने की जिम्मेदारी मिली थी। कंपनी ने सर्वे में गड़बड़ी कर दी। उसने बलिया के 10 गांव ऐसे चिह्नित कर लिए जो नेशनल हाईवे-19 से भी प्रभावित कर रहे थे। इसके लिए अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने कंपनी को नोटिस जारी किया था। नया एलाइनमेंट तैयार करने के आदेश हुए थे। इतनी माथापच्ची के बाद प्रोजेक्ट को रद कर दिया गया है, इससे करीब 700 करोड़ रुपये की बचत होगी। ------------------- बलिया लिक एक्सप्रेस-वे परियोजना को निरस्त कर दिया गया है। उसके स्थान पर ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे प्रोजेक्ट को विस्तार दिया जा रहा है। यह परियोजना लिक एक्सप्रेस वे से ज्यादा बेहतर साबित होगी। इसके जरिए कई राष्ट्रीय राजमार्ग तक कनेक्टिविटी होने जा रही है। -- एसके पाठक, परियोजना निदेशक, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, आजमगढ़