बलिया में रिश्तेदार ने तोड़ा भरोसा, दो परिवारों से 4.61 लाख ठगी मामले में गिरफ्तार
बलिया में एक रिश्तेदार ने नौकरी दिलाने का वादा करके दो परिवारों से 4.61 लाख रुपये की ठगी की। पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने नौकरी का झांसा देकर लोगों से पैसे लिए थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

रिश्तेदारों के थाने में गुहार लगाने के बाद अब आरोपित को गिरफ्तार किया गया है।
जागरण संवाददाता, बलिया। कभी-कभी रिश्ते में भी लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं। नरही निवासी निखिल ठाकुर ने रिश्ते का भरोसा तोड़ते हुए दो परिवारों के बैंक खातों से करीब 4.61 लाख रुपये उड़ा दिए। रिश्तेदारों के थाने में गुहार लगाने के बाद अब आरोपित को गिरफ्तार किया गया है। पीड़ितों का आरोप है कि न तो आरोपित पैसा लौटा रहा, न ही बैंक के अधिकारी इस बारे में कुछ बता रहे।
पहला मामला उभाव क्षेत्र का है। तेन्दुवा पट्टी फरसाटार निवासी महिला पूनम का आरोप है कि अप्रैल 2025 में एक मांगलिक कार्यक्रम में गई थी।वहां पति वीरेंद्र के रिश्ते में साले के साढ़ू का लड़का लगने वाला निखिल ठाकुर भी था। उसने एंड्रायड मोबाइल व आधार कार्ड मांगकर कहा कि मोबाइल से बहुत पैसा आता है।
आरोप है कि इस दौरान उसने फोन पे एक्टिवेट कर लिया और कुछ पैसे का लेन-देन कर लिया। हालांकि उस समय कुछ पता नहीं चला। जब बैंक में पैसा निकालने के लिए पति के साथ गई तो खाते में पैसा गायब था। बैंक से ही पता चला कि उनके खाते से 3,33,000 रुपये निकाले गए हैं।
यही नहीं, खाते को लाक कराने के बावजूद बैंक की चूक से आरोपित ने बाद में 75,000 रुपये और निकाल लिए। कई बार बैंक प्रबंधक तो कभी सिकंदरपुर तो कभी उभांव थाने की दौड़ लगाती रही किंतु न्याय नही मिल सका। रविवार को दो बजे के बाद थानाध्यक्ष संजय कुमार मिश्र से न्याय की गुहार लगाने पहुंची तो मामला उजागर हुआ।
दूसरा मामला सिकन्दरपुर क्षेत्र का है। किकोढ़ा निवासी पारसनाथ ठाकुर का आरोप है कि पीएम किसान निधि का फार्म भरने के नाम पर निखिल ने उनके आधार से जुड़ा मोबाइल नंबर बदल लिया और खाते में बचे 53,000 रुपये साफ कर दिया। बैंक स्टेटमेंट में आरोपित का नाम और मोबाइल नंबर दर्ज मिला। पैसा वापस मांगने के लिए कई पंचायते हुई लेकिन उसने रकम नहीं लौटाई।
आरोपित को पकड़ लिया गया है, उससे पूछताछ की जा रही है। मामले की पूरी जांच कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अश्वनी कुमार मिश्रा, प्रभारी निरीक्षक, सिकंदरपुर।

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