बलिया के बजाज एजेंसी के मालिक व भाजपा नेता और जनरेटर मिस्त्री की शाहजहांपुर में हत्या
राजस्थान के शाहजहांपुर में बजाज एजेंसी के मालिक अशोक सिंह और मिस्त्री विकास सिंह की हत्या कर दी गई। उन्हें सस्ते दर पर जनरेटर खरीदने का ऑनलाइन प्रस्ताव मिला था। पुलिस ने 10 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। परिजनों के अनुसार अशोक सिंह को ऑनलाइन सर्च के दौरान जयपुर में सस्ते जनरेटर मिलने की जानकारी मिली थी।

जागरण संवाददाता, बलिया। राजस्थान के शाहजहांपुर में बजाज एजेंसी के मालिक एवं भाजपा किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष अशोक सिंह और जनरेटर मिस्त्री विकास सिंह की हत्या कर बदमाशों ने कुएं में फेंक दिया। दो दिन बाद शव मिलने से शाहजहांपुर पुलिस ने हत्या के 10 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
शिनाख्त होने पर बलिया काेतवाली पुलिस को जानकारी दी। सोमवार को स्वजनों को जानकारी होने पर गम का पहाड़ टूट गया। एजेंसी के मालिक का शव लखनऊ स्थित आवास पर ले जाया गया जबकि मिस्त्री का शव नगर में लाया गया। जानकारी मिलने पर आसपास के लोगों की भीड़ लग गई।
सहतवार थाना क्षेत्र के अघैला गांव निवासी अशोक सिंह का माल्देपुर बजाज शोरूम है। उनके मोबाइल पर मैसेज आया कि नौ का जनरेटर तीन लाख में ही मिलेगा। इसके बाद वह कंपनी के लोगों से संपर्क कर बातचीत कर सौदा तय कर लिए। 19 सितंबर को एजेंसी मालिक अशोक सिंह और बेदुआ बुढ़िया माई स्थान निवासी विकास सिंह को लेकर राजस्थान के लिए रवाना हो गए थे। 20 सितंबर को उनके बेटे आयुष कुमार सिंह से अंतिम बार बात हुई थी। इसके बाद दोनों लोगों का मोबाइल फोन बंद हो गया।
मृतक अशोक सिंह के भाई निर्भय नारायण सिंह ने बलिया कोतवाली थाने में अपने भाई के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन 23 सितंबर को सुबह उनकी मौत की सूचना मिलने पर स्वजन स्तब्ध रह गए। स्वजन का कहना है कि मृतक अशोक सिंह को आनलाइन सर्च के दौरान जयपुर में सस्ते जनरेटर मिलने की जानकारी मिली थी, जिसके बाद वे अपने प्रतिष्ठान के मिस्त्री विकास कुमार के साथ बिना परिवार को बताए जयपुर के लिए निकल गए थे। बलिया पुलिस ने शाहजहांपुर पुलिस से संपर्क किया तो शाहजहांपुर पुलिस ने जानकारी दी कि जौनायचाखुर्द और सांसेडी गांव में अलग-अलग दो कुओं में शव मिला है।
जालसाजों ने जनरेटर के नाम पर 10 लाख रुपये उड़ाया
भाई निर्भय नारायण सिंह ने राजस्थान के शाहजहांपुर के बहेशर पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया कि मृतक अशोक सिंह से 20 सितंबर को उनके बेटे आयुष से बात हुई थी। उनकी आवाज भरी-भरी लग रही थी। उन्होंने बताया कि वह जनरेटर खरीदने के लिए राजस्थान आए हैं। एक नंबर देकर बोले कि इसी खाते में तीन लाख रुपये आनलाइन कर दो। इसके बाद वह तीन लाख रुपये भेज दिया। इसके बाद से कई बार संपर्क किया गया लेकिन बात नहीं हो सकी। बताया कि मृतक अशोक सिंह के एक्सिस, एसबीआई और पीएनबी के खाते से गुरुग्राम में ही सात लाख रुपये निकाले गए थे।
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