Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बलि‍या में पत्नी से विवाद के बाद पति ने मालगाड़ी के सामने कूद कर दे दी जान

    By Abhishek sharmaEdited By: Abhishek sharma
    Updated: Tue, 04 Nov 2025 03:17 PM (IST)

    बलिया में एक व्यक्ति ने पत्नी से झगड़े के बाद मालगाड़ी के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली। इस घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच कर रही है। पारिवारिक विवाद के कारण यह दुखद घटना घटी।

    Hero Image

     विश्वकर्मा ने रेलवे लाइन की ओर चला गया। अचानक, उसने मालगाड़ी के आगे कूदकर अपनी जान दे दी। 

    जागरण संवाददाता, फेफना (बलिया)। स्थानीय थाना क्षेत्र में सोमवार रात एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी से फोन पर झगड़ा होने के बाद मालगाड़ी के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने घटना की सूचना परिजनों को दी और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मृतक की पहचान फेफना थाना क्षेत्र के कपूरी नरायनपुर निवासी विश्वकर्मा शर्मा (28) के रूप में हुई है, जो पेशे से वेल्डिंग का काम करता था। कुछ समय पहले ही उसकी शादी माल्देपुर में हुई थी। विश्वकर्मा के छोटे भाई अमित शर्मा, जो बाहर नौकरी करते हैं, ने बताया कि भैया और भाभी के बीच पिछले कुछ दिनों से किसी बात को लेकर विवाद चल रहा था। इसी नाराजगी के चलते भाभी अपने मायके चली गई थीं।

    गांव वालों के अनुसार, सोमवार रात भी विश्वकर्मा और उसकी पत्नी के बीच फोन पर कहासुनी हुई। रात करीब 8 बजे वह घर से फोन पर बात करते हुए निकला। बताया जा रहा है कि फोन पर उनकी बहस जारी थी।

    इसी बातचीत के दौरान विश्वकर्मा ने रेलवे लाइन की ओर चला गया। अचानक, उसने मालगाड़ी के आगे कूदकर अपनी जान दे दी। फेफना थानाध्यक्ष विश्वदीप सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। फिलहाल परिजनों की ओर से कोई तहरीर नहीं मिली है, लेकिन जैसे ही तहरीर प्राप्त होगी, आगे की कार्रवाई की जाएगी।

    समाज में बढ़ते तनाव और मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं पर ध्यान देने की आवश्यकता है। ऐसे मामलों में उचित परामर्श और सहायता प्रदान करना अत्यंत आवश्यक है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके। इस दुखद घटना ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि पारिवारिक विवादों का समाधान संवाद के माध्यम से किया जाना चाहिए, न कि आत्मघाती कदम उठाकर।