बलिया के ददरी मेले में अधिवक्ता की मौत, मारपीट के दौरान मची भगदड़, गिरे...फिर उठे नहीं
बलिया के ददरी मेले में भगदड़ के दौरान अधिवक्ता प्रवीण सिन्हा की दुखद मृत्यु हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पुलिस के लाठीचार्ज के कारण भगदड़ मची थी, जिसमें अधिवक्ता गिर गए। अधिवक्ताओं ने निष्पक्ष जांच की मांग की है। पुलिस का कहना है कि लाठीचार्ज नहीं हुआ था, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। घटना से कचहरी में शोक की लहर है।

जागरण संवाददाता, बलिया। सिविल कोर्ट के युवा अधिवक्ता प्रवीण सिन्हा अपने परिवार समेत रविवार की शाम ददरी मेला घूमने गए थे। मेले में आई जलपरी वाले स्थान पर काउंटर के पास अचानक दो लोगों में विवाद के बाद भगदड़ मच गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मेला में ड्यूटीरत पुलिसकर्मियों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। भगदड़ के दौरान अधिवक्ता प्रवीण वहीं गिर गए। देखते ही देखते उनके प्राण पखेरु उड़ गए। अधिवक्ताओं ने पुलिस अधीक्षक से लाठीचार्ज पर सवाल उठाते हुए मौत के मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।
इस घटना से सोमवार को कचहरी का माहौल गमगीन रहा। शोक में अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य नहीं किया। मृत अधिवक्ता के बच्चों व उनकी पत्नी के आंसू थम नहीं रहे थे। चर्चा यह भी है कि झूला कर्मचारियों और दर्शकों के बीच पैसे को लेकर विवाद शुरू हुआ। विवाद इतना बढ़ गया कि मारपीट होने लगी।
इसी दौरान अधिवक्ता की मौत हुई। मेले में दर्शकों से पैसे की चीटिंग की शिकायतें भी सामने आ रहीं हैं। इस संबंध में मेला प्रभारी इंस्पेक्टर अमरजीत ने बताया कि न तो मारपीट हुई और न ही लाठीचार्ज।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी कि अधिवक्ता की मौत कैसे हुई। वहीं झूला संचालक हितांशु दीक्षित ने बताया कि जलपरी शो में कोई मारपीट नहीं हुई। ऐसे में अधिवक्ता की मौत अबूझ पहेली बनी हुई है।

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