स्ट्रीट लाइट : दिन में उजाला इन्हीं की बदौलत!
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बलिया: रेगिस्तानी इलाके में जहां पानी का घोर अभाव हो और कोई व्यक्ति साबुन लगाकर स्नान करता दिखे तो जैसी परिस्थितियां वहां पैदा होंगी ठीक उसी तरह की स्थिति नगर में हर रोज पैदा हो रही है। जी हां हम चर्चा कर रहे हैं नगर क्षेत्र की स्ट्रीट लाइट की जो भारी बिजली की किल्लत के बाद भी दिन के उजाले में भी अपनी दूधिया छटा बिखेर स्वयं को हास्यास्पद साबित करती है। गौरतलब है कि उसी रास्तों से होकर जिले के आला अफसर व बिजली विभाग के अधिकारी भी गुजरते हैं परन्तु वे राष्ट्र की इस सम्पत्ति के अपव्यय की तनिक भी चिन्ता नहीं करते। पूरे जनपद में एक तरह बिजली के लिए जहां प्रतिदिन हाय-तौबा मचती है वहीं मुख्य सड़कों के किनारे स्ट्रीट लाइट जलती रहती है। नगर पालिका परिषद के जिम्मेदार लोग भी हर रोज इन्हीं सड़कों पर चहल-कदमी करते हैं पर उन्हें दिन में जलती लाइटें शायद दिखाई नहीं देतीं। राष्ट्र की यह सम्पत्ति जिसके अभाव को लेकर हर कोई परेशान है उसका खुला अपव्यय सभी के लिए एक चुनौती है। सुधार अगर नहीं हुआ तो वह दिन दूर नहीं जब दिन में जलती स्ट्रीट लाइटों को देख अनदेखी करने वालों को रात के अंधेरे में मोमबत्ती व अन्य संसाधन से काम चलाना पड़ेगा।
क्या है प्रबन्ध इसके संचालन का
नगर में स्ट्रीट लाइट के जलाने व बुझाने के तरीके के बाबत पूछे जाने पर सम्बन्धित कर्मचारियों का कहना है कि इन्हे कई स्थानों से जलाया व बुझाया जाता है। एकाध स्थान पर इसकी जिम्मेदारी स्थानीय लोगों को भी दे दी जाती है।
फाल्ट के कारण दिन में जल जाती है स्ट्रीट लाइट: ईओ
नगर क्षेत्र की विभिन्न सड़कों पर दिन में स्ट्रीट लाइट जलने के बाबत पूछे जाने पर नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी वीपी सिंह ने कहा कि विभाग स्ट्रीट लाइट को जलाने, बुझाने में पूरी तत्परता व संजीदगी दिखाता है पर कभी कभार फाल्ट की वजह से ऐसा हो जाता है। कहा कि संज्ञान में आने पर तत्काल उसे ठीक करने का प्रयास किया जाता है।
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