ब्रह्मा ने रावण को दिया अमरत्व का वरदान
नगरा (बलिया) : रावण, कुंभकर्ण व विभीषण ने ब्रह्मा जी से इच्छित वरदान पाने के लिए जंगल में उनकी आराधन
नगरा (बलिया) : रावण, कुंभकर्ण व विभीषण ने ब्रह्मा जी से इच्छित वरदान पाने के लिए जंगल में उनकी आराधना शुरू कर दी। इससे प्रसन्न होकर ब्रह्मा जी प्रकट होते हैं। रावण द्वारा अमरत्व का वरदान मागे जाने पर उन्होंने बड़ी ही चतुराई से वरदान दिया। कहा नर-बानर को छोड़ तुम्हें कोई भी नहीं मार सकता है। परम पिता ब्रह्मा जी द्वारा कुंभकर्ण को छ: माह सोने व एक दिन जागने का वरदान मिलता है। जब विभीषण की बारी आती है तो दर्शकों की निगाहें उनकी ओर टिक जाती है। विभीषण के मुख से यह सुनते ही कि न इच्छा है धनधान की न इच्छा है संतान की, बस एक ही इच्छा है प्रभु चरणों के सम्मान की। इस पर श्रद्धालुओं की तालिया एक साथ बज उठीं। जनता इंटर कालेज के प्रागण में चल रही रामलीला के दूसरे दिन शुक्रवार की रात आदर्श रामलीला संस्थान वृंदावन मथुरा के कलाकारों ने ब्रह्मा जी द्वारा रावण, कुंभकर्ण व विभीषण को वरदान देने, रावण-मंदोदरी विवाह, मेघनाद द्वारा देवताओं को बंदी बनाए जाने के प्रसंग का सजीव मंचन कर हजारों दर्शकों को भाव विभोर कर दिया। राक्षसी लंकिनी ने जब ब्रह्मा जी से यह वरदान मागा कि हे! ब्रह्मादेव यदि वरदान देना ही है तो यही दीजिए कि जब राक्षसों का अंत होने को हो तो मुझे पहले ही पता चल जाय। ब्रह्मा जी ने कहा कि विकल होइ जब कपि के मारे तब जानेसि निसिचर संहारे। सर्व प्रथम रामलीला का शुभारंभ पं.श्री निवास महाविद्यालय पाडेयपुर के प्रबंधक सूर्यनाथ पाडेय ने भगवान श्रीराम की आरती कर किया। व्यवस्था संचालन में ओके जायसवाल, झब्बू गुप्ता, रामायण ठाकुर, राकेश सिंह, राजेश कुमार दीपू, गोपाल जी आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। रामलीला का संचालन दुर्गा प्रेम पुजारी ने किया।
राम विवाह का मंचन, निकली भव्य बरात
बलिया : नगर की रामलीला कमेटी द्वारा संचालित रामलीला के अंतर्गत रामलीला मंच पर शुक्रवार रात राम विवाह के प्रसंग का मंचन किया गया। इस मौके पर भरौली में बरात की निकाली गई।
भरौली प्रतिनिधि के अनुसार टुटुवारी में रामलीला समिति द्वारा राम विवाहोत्सव की भव्य बरात निकाली गई। बरात में ट्रैक्टर पर सवार प्रभु श्रीरामचंद्र, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न, वशिष्ठ मुनि, राजा दशरथ, सुमंत, जनक आदि के साथ टुटुवारी ग्राम सभा की जनता भी शिरकत की। रामलीला समिति के अध्यक्ष सुनील राय, डब्ल्यू राय आदि ने आभार जताया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।