वोटर को बिना तकलीफ स्वच्छ मतदान प्राथमिकता
बलिया : शासन द्वारा पांच महीने पहले आइएएस संवर्ग पाए यशवंत राव ने शनिवार को जिले के 59वें जिलाधिकारी के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। शुक्रवार की रात जिले में पहुंचे श्री राव ने बूंदा-बूंदी के बीच कोषागार पहुंच मुख्य राजस्व अधिकारी सर्वजीत राम से प्रभार ग्रहण किया।
कार्यभार ग्रहण करने के बाद नवागत जिलाधिकारी कलेक्ट्रेट पहुंचे व कार्यालय कक्ष में मीडिया कर्मियों से मुखातिब हुए। पहले जिलाधिकारी ने अपना विजन बताते हुए कहा कि मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता बिना मतदाता को तकलीफ दिए लोकसभा का स्वच्छ व निष्पक्ष चुनाव कराना है। सरकार के विकास कार्यक्रमों को पारदर्शिता व निष्पक्षता से लागू व क्रियान्वयन कराने की अपनी प्रतिबद्धता को भी जिलाधिकारी ने दोहराया।
जिलाधिकारी के रूप में पहली तैनाती पर मिलने वाली चुनौतियों के बाबत कहा कि इंसान जब तक चुनौतियां स्वीकार न करें उसे कहीं भी कार्य करने में उतना आनंद नहीं आता। इसलिए हम हर चुनौती को स्वीकार करेंगे। इससे पूर्व जिलाधिकारी ने अधिकारियों से परिचयात्मक बैठक की। अधिकारियों को अपने तेवर का आकलन कराते हुए कहा कि मै कार्ययोजना व कार्यवृत्ति की लकीर पीटने में नहीं परिणाम में विश्वास रखता हूं। चकबंदी व राजस्व वसूली के बाबत विधिवत जानकारी ली तथा कहा कि आप परिणाम दें और आने वाली दिक्कतों के बारे में मुझे बताएं।
यहीं से नौकरी भी शुरू और कलक्टरी भी
यशवंत राव से जब पूछा गया कि आपके प्रशासनिक सेवा की शुरुआत किस जिले से हुई तो उन्होंने तपाक से बलिया का नाम लिया। पूछा गया कि किस पद से तो कहा कि ट्रेनी अफसर के रूप में।
श्री राव 1984 बैच के पीसीएस अफसर हैं और प्रशिक्षु अधिकारी के रूप में सन् 1985-86 में बलिया में ही तैनात थे। पांच माह पहले आइएएस संवर्ग पाए श्री राव को बतौर कलेक्टर तैनाती भी बलिया ही मिली है। तीन दशक बाद एक बार फिर से नई पारी की शुरुआत करने जा रहे श्री राव ने इसे अपना सौभाग्य बताया।
पड़ोसी हूं सब जानता हूं
जिले में कलेक्टरी करना बड़ी चुनौती है के सवाल पर कहा कि मैं आपका पड़ोसी ही हूं और मुझे सब मालूम है। पूछे जाने पर बताया कि मै देवरिया का निवासी हूं और हमारे एक भाई यहां लंबे समय से सेवा में रहे हैं।
आम आदमी के दिल में बनाई थोड़ी जगह ही कमाई
नवागत जिलाधिकारी का वैसे तो बतौर कलेक्टर पहला कार्यकाल है पर प्रशासनिक सेवा का लंबा अनुभव उनके विजन में साफ झलक रहा था। राजनेताओं की तरह सधे हुए शब्दों में कहा कि आम जन के दिल में बनाई थोड़ी सी जगह ही मेरी कमाई है तो महसूस हुआ कि जिलाधिकारी सभी को साथ लेकर कार्य करेंगे। वैसे भी स्थानांतरित मुख्य विकास अधिकारी के मिशन जांच अभियान को खारिज करते हुए कहा कि कब्र खोदने से हासिल क्या होगा। बेहतर होगा हम विकास की ओर दो कदम आगे बढ़ें।
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