SIR in UP: पहले से सूची में नाम दर्ज, दूसरी जगह से भरा फॉर्म; सात विधानसभाओं में पकड़ में आए 76567 फॉर्म
जब प्रक्रियाएं पारदर्शी और तकनीक आधारित होती हैं, तो व्यवस्था और भी मजबूत बनती है। आनलाइन प्रणाली ने न सिर्फ काम आसान किया है, बल्कि उन त्रुटियों और ग ...और पढ़ें

- डिजिटल व्यवस्था से आसान हुआ काम
जागरण संवाददाता, बहराइच। जब प्रक्रियाएं पारदर्शी और तकनीक आधारित होती हैं, तो व्यवस्था और भी मजबूत बनती है। आनलाइन प्रणाली ने न सिर्फ काम आसान किया है, बल्कि उन त्रुटियों और गलतियों को उजागर भी किया है,। एसआइआर अभियान इसी आधुनिक, साफ-सुथरी और जिम्मेदार चुनाव प्रक्रिया की मिसाल पेश कर रहा है। मनमानी करते हुए 76 हजार से अधिक ऐसे लोग पकड़ में आए हैं जिनके नाम पहले से सूची में दर्ज थे और दूसरे जगह से नाम शामिल कराने के लिए फार्म भरा था।
मतदाता सूची के शुद्धिकरण के लिए चल रहे एसआईआर अभियान में ऑनलाइन व्यवस्था ने एक बार फिर अपनी उपयोगिता और पारदर्शिता साबित की है। निर्वाचन आयोग के स्पष्ट निर्देश हैं कि कोई भी मतदाता केवल उसी स्थान पर अपना फार्म भरे, जहां वह मतदान करना चाहता है। लेकिन कुछ लोगों की नियमों का उल्लंघन करने की आदत होती है। इसी प्रकार की कोशिश करने वाले 76,567 मतदाता इस अभियान में पकड़ में आ गए।
ऑनलाइन डिजिटाइजेशन प्रणाली के चलते किसी भी प्रकार का भ्रम या हेरफेर संभव नहीं रहा। जैसे ही किसी मतदाता के दूसरे स्थान पर जमा किए गए गणना पत्रक के क्यूआर कोड को बीएलओ ने स्कैन किया, स्क्रीन पर तुरंत संदेश दिखाई दिया अलरेडी एनरोल्ड (पहले से पंजीकृत)। जिस बीएलओ ने गणना पत्र पहले डिजिटाइज किया, उसी क्षेत्र में उनका नाम पंजीकृत माना गया।
विधानसभा वार दोबारा भरे गए फार्म की संख्या
बलहा--10,590
नानपारा--10,672
मटेरा--12,394
महसी--8,219
बहराइच--11,895
पयागपुर--11,727
कैसरगंज--11,070
एसआईआर का काम सौ प्रतिशत पूरा हो चुका है। पांच लाख से अधिक नाम गलत मिले हैं। इनका एक बार फिर सत्यापन किया जा रहा है। पहले से नाम शामिल होेने के बाद भी कुछ लोगों ने दूसरी जगह से फार्म भरा है।- अमित कुमार, एडीएम

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