ट्रेन का किराया तो बढ़ा, लेकिन सुविधाएं नहीं
संसूबहराइच केंद्र सरकार ने पैसेंजर ट्रेनों के किराए में एक रुपये प्रति किलोमीटर की दर से बढ़ोत्तरी कर दी है। इसके सापेक्ष ट्रेनों व स्टेशनों पर सुविधाओं का अभाव है। यात्रियों का कहना है कि यात्रा के दौरान कई समस्या भी हैं जिनका सुधार किया जाना जरूरी है। बावजूद इसके जिम्मेदार पूरे मामले से अंजान बने रहते है। किराया देने के बाद भी ट्रेनों में यात्री सुविधाओं का टोटा आम बात है।
संसू,बहराइच : केंद्र सरकार ने पैसेंजर ट्रेनों के किराए में एक रुपये प्रति किलोमीटर की दर से बढ़ोत्तरी कर दी है। इसके सापेक्ष ट्रेनों व स्टेशनों पर सुविधाएं नहीं हैं। यात्रियों का कहना है कि यात्रा के दौरान कई समस्याएं भी हैं, जिनका सुधार किया जाना जरूरी है। बावजूद इसके जिम्मेदार पूरे मामले से अंजान बने रहते हैं। किराया देने के बाद भी ट्रेनों में यात्री सुविधाओं का टोटा है।
गोंडा-बहराइच-मैलानी रेल मार्ग पर जिले से रोजाना हजारों यात्री सफर करते हैं, जिससे रेलवे विभाग को लाखों का राजस्व प्राप्त होता है, लेकिन इस रेल मार्ग पर यात्रियों को उतनी सुविधाएं नही मिलती है, जिस हिसाब से किराया बढ़ा दिया जाता है। यात्रियों का कहना है कि अभी तक यहां न तो बड़ी लाइन का काम हुआ और न ही इस रेल मार्ग से महानगरों की ओर जाने के लिए ट्रेनों की सुविधाएं बढ़ाई गईं। इस मार्ग पर जो पैसेंजर ट्रेनें चलती हैं, उनका भरोसा नहीं कि कहां पर उनकी चेन पुलिग कर दी जाय और कहां ट्रेन लेट हो जाय। रात के समय ट्रेनों में सुरक्षा संबंधी सुविधाएं भी नहीं है। महिलाओं को जोखिम भरा सफर करना पड़ता है। इनसेट रेलवे विभाग किराए में लगातार बढ़ोतरी कर रहा है, लेकिन सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। सालों से छोटी लाइन पटरियों पर चलने वाली ट्रेनों को बड़ी लाइन में परिवर्तित किए जाने का कार्य अधर में है। ज्ञानजी कुशवाहा फोटो - 14 गोंडा से मैलानी व तिकुनिया के बीच चलने वाली ट्रेनों में महिलाओं के डिब्बे भी नहीं हैं। यात्रियों की सुरक्षा को लेकर न तो कोई इंतजाम है, और न ही सुरक्षाकर्मी नजर आते हैं। नीरज शर्मा फोटो - 15 ट्रेन के डिब्बों की नियमित सफाई होने की कोई व्यवस्था नहीं है। गंदगी के बीच यात्री सफर करते हैं। शिकवा-शिकायत पर भी ध्यान नहीं दिया जाता है, जबकि किराया बढ़ा दिया जाता है। ज्ञानेंद्र मौर्य फोटो - 16 ट्रेनों की लेट लतीफी बंद होनी चाहिए। वाई-फाई आदि की सुविधा उपलब्ध करानी चाहिए। ट्रेन के डिब्बों खासकर शौचालयों में साफ-सफाई की व्यवस्था मुकम्मल होनी चाहिए। अनूप वर्मा फोटो - 17
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।