Lakhimpur-Bahraich National Highway पर भारी बारिश के चलते रायबोझा पुल धंसा, दोनों ओर फंसे सैकड़ों वाहन
Lakhimpur-Bahraich National Highway पर बरसाती पानी की निकासी को बनाया गया लघु मध्यम पुल अचानक धंस गया। हालांकि उस समय किसी गाड़ी का आवागमन नहीं हो रहा था। वरना बड़ी घटना घट सकती थी। ग्रामीणों ने पुल धंसने की सूचना तत्काल पुलिस को दी।

बहराइच, जागरण संवाददाता। तीन दिनों से हो रही तेज बारिश के चलते और नेपाली पानी भारत में छोड़े जाने से नदी नाले उफना गए हैं। इसके चलते सुबह पांच बजे रायबोझा के निकट लखीमपुर-बहराइच राष्ट्रीय राजमार्ग पर संख्या 730 पर स्थित पुल धंस गया। इससे आवागमन ठप हो गया है। सैकड़ों वाहन दोनों तरफ फंस गए, जिन्हें रूट डायवर्जन कर वापस भेजा गया।
लघु मध्यम पुल अचानक धंस गया
थाना मोतीपुर के अंतर्गत ग्राम रायबाेझा में मुख्य मार्ग पर बरसाती पानी की निकासी के लिए बनाया गया लघु मध्यम पुल अचानक धंस गया। गनीमत रही कि जिस समय पुल धंसा, उस समय किसी गाड़ी का आवागमन नहीं हो रहा था। वरना बड़ी घटना घट सकती थी। ग्रामीणों ने पुल धंसने की सूचना तत्काल पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आवागमन बंद करवाया।
वाहनों की लगीं कतारें
मार्ग पर स्थित पुल के माध्यम से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, उत्तराखंड, पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश एवं पूर्वांचल के जिलों का सीधा आवागमन होता है। मार्ग अवरुद्ध होने से वाहनों की कतार लग गई। लखीमपुर-नानपारा हाईवे पर आवागमन बंद होने की जानकारी मिलते ही उप जिलाधिकारी मिहींपुरवा ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी, मोतीपुर थानाध्यक्ष मुकेश कुमार सिंह मय फोर्स के मौके पर पहुंचे।
डायवर्जन कर वापस भेजे गए वाहन
थाना प्रभारी ने बताया कि लखीमपुर की तरफ से आने वाले वाहनों को रोककर उनका डायवर्जन चहलारीघाट पुल हाेते हुए सीतापुर मार्ग से कर दिया गया है। रायबोझा से पहले नानपारा के पास वाहन को रोक करके सीतापुर मार्ग पर चहलारी घाट के रास्ते भेजा जा रहा है। लगातार बारिश जारी है, ऐसे में आने-जाने में लोगों के लिए काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। उप जिलाधिकारी ने बताया कि लखीमपुर से इस रूट पर आने वाली गाड़ियों को लहरपुर होते हुए चहलारीघाट के रास्ते गंतव्य को भेजा जाएगा।
60 गांवों में बाढ़ का पानी घुसा
नेपाल के पहाड़ी इलाकों में लगातार बारिश के कारण बैराजों से छोड़े गए पानी से सरयू नदी उफान पर आ गई है। गोपिया बैराज से हाईअलर्ट की सूचना दी गई है। 60 गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। घाघरा का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है। गोपिया बैराज के आसपास बसे हुए गांव में पानी भरा है। सिंचाई विभाग के एसडीओ एन राम ने बताया कि गोपिया बैराज पर लगे अलर्ट सायरन को बजा दिया गया है। आसपास के गांव के लोग सावधान हो जाएं।
दो फीट तक बह रहा बाढ़ का पानी
करमोहना, लौकाही, अमृतपुर पुरैना, पड़रिया, मटेही कला, सर्रा कला, कसौंजी आदि दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। गोपिया बैराज से मटेही, लौकाही नेपाल बार्डर तक जाने वाले मार्ग पर दो फीट तक बाढ़ का पानी बह रहा है। आवागमन बंद है। मिहींपुरवा व शिवपुर के करीब पचास गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। गिरिजापुरी बैराज से घाघरा नदी में करीब दो लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया है। इससे जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। सरयू ड्रेनेज खंड के सहायक अभियंता वीवी पाल ने बताया कि सभी कर्मचारियों को अलर्ट कर दिया गया है।
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