Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मनरेगा की बकाएदारी से प्रधानों को मिलेगी निजात, नवाबगंज में 350 लाख रुपये सर्वाधिक बकाया; तेजवापुर में 272 लाख

    By Jagran NewsEdited By: riya.pandey
    Updated: Wed, 19 Jul 2023 08:07 PM (IST)

    वित्त वर्ष 2022-23 की मनरेगा के तहत खरीदी गई सामग्री की बकाएदारी से जल्द ही ग्राम प्रधानों को राहत मिल जाएगी। जिले में आठ विकास खंड क्षेत्र में उन 291 लाख रुपये का सामग्री के मद पर बकाया है इसके भुगतान के लिए धनराशि आवंटित हो चुकी है। बहराइच जिले में मनरेगा के तहत सामग्री की खरीद पर अधिक बकाएदारी के चलते विकास कार्य प्रभावित हो रहा था।

    Hero Image
    मनरेगा की बकाएदारी से प्रधानों को मिलेगी निजात

    जागरण संवाददाता, बहराइच: वित्त वर्ष 2022-23 की मनरेगा के तहत खरीदी गई सामग्री की बकाएदारी से जल्द ही ग्राम प्रधानों को राहत मिल जाएगी। जिले में आठ विकास खंड क्षेत्र में उन 291 लाख रुपये का सामग्री के मद पर बकाया है, इसके भुगतान के लिए धनराशि आवंटित हो चुकी है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मनरेगा के तहत सामग्री की खरीद पर अधिक बकाया से कार्य प्रभावित

    बहराइच जिले में मनरेगा के तहत सामग्री की खरीद पर अधिक बकाएदारी के चलते विकास कार्य प्रभावित हो रहा था। ऐसे में बकाया भुगतान का रास्ता साफ होने से राहत की सांस ग्राम प्रधानों ने ली। उपायुक्त श्रम एवं रोजगार केडी गोस्वामी ने बताया कि जिले में बकाए के भुगतान के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 20 जुलाई तक ग्राम पंचायतों के खाते में धनराशि भेज दी जाएगी। उन्होंने बताया कि सर्वाधिक बकाया नवाबगंज ब्लाक पर 350 लाख रुपये है, जबकि तेजवापुर पर 272 लाख, बलहा पर 180.90 लाख रुपये बकाया है।

    उन्होंने बताया कि पयागपुर पर 87 लाख, शिवपुर 67.93 लाख, विशेश्वरगंज में 19 लाख, मिहींपुरवा में 10.71 लाख, हुजूरपुर में 5.79 लाख रुपये का बकाया है। यह बकाया ग्राम पंचायतों के विकास के लिए खरीदी गई सामग्री ईंट, सीमेंट, सरिया, इंटरलाकिंग ईंटे, बालू, मौरंग आदि पर बकाया है या भुगतान किया जाना है।

    बीडीओ के बदल सकते हैं ब्लाक

    विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए कुछ खंड विकास अधिकारियों के ब्लाकों में परिवर्तन होने की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक आधा दर्जन से अधिक विकास खंडों के बीडीओ बदले जाएंगे। इसमें चित्तौरा, पयागपुर, विशेश्वरगंज आदि ब्लाक शामिल हैं। यहां तैनात ज्यादातर बीडीओ काफी समय से पद पर जमे हुए हैं।