भरथापुर के 118 परिवारों का 'वनवास' होगा खत्म! 21.55 करोड़ की लागत से बसाई जाएगी नई कॉलोनी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नेपाल सीमा के पास स्थित भरथापुर गांव का हवाई सर्वेक्षण किया। उन्होंने 118 परिवारों के लिए नया भरथापुर गांव बसाने का फैसला किया, जिससे उनका दशकों का वनवास खत्म होगा। नाव दुर्घटना में लापता लोगों के परिवारों को चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि दी गई है। सरकार ने विस्थापित परिवारों के लिए 21 करोड़ 55 लाख रुपये मंजूर किए हैं।
-1762138693102.webp)
जागरण संवाददाता, बहराइच। नेपाल सीमा से सटे भारत के आखिरी गांव भरथापुर का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को हवाई सर्वेक्षण किया। तीन तरफ नदियों व जंगल से घिरे गांव को देखकर मुख्यमंत्री ने बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने नया भरथापुर गांव बसाने का निर्णय लिया है।
दशकों से रह रहे 118 परिवारों का वनवास भी कटेगा। उन्होंने नाव हादसे के पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। पांच दिन से नदी में लापता आठ लोगों के परिवारजन को चार-चार लाख रुपये के अहेतुक सहायता राशि का चेक प्रदान किया। परिवारों को विस्थापित करने के लिए शासन से 21 करोड़ 55 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है। भरथापुर के नाम से नई कालोनी बनाई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दुरूह ग्राम भरथापुर की स्थिति का जायजा लेने तथा दुर्घटना में प्रभावित परिवारों से भेंट करने के उद्देश्य से मैं यहां आया हूं। यहां आने के पूर्व मैंने ग्राम भरथापुर का हवाई सर्वेक्षण भी किया है। जंगल और वह भी रिजर्व फारेस्ट के बीच में भरथापुर गांव बसा हुआ है। यहां पर कुल 118 परिवार रह रहे हैं।
इनके पास अपना कोई पक्का मकान नहीं है, क्योंकि वन्य अधिनियम के तहत उनको इसकी सुविधा नहीं प्राप्त होती हैं। इसलिए वहां पर इनका जीवन बहुत ही दुरूह हो जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की तरफ से मैंने लापता लोगों के परिवारों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि का चेक दिया है। इस मौके पर बहराइच सांसद डा. आनंद कुमार गोंड, बलहा विधायक सरोज सोनकर, नानपारा विधायक राम निवास वर्मा, मिहींपुरवा ब्लाक प्रमुख अभिषेक वर्मा सौरभ आदि मौजूद रहे।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।