यूपी में नायब तहसीलदार व ट्रैफिक इंचार्ज पर गिरी गाज, निजी वाहन पर लगी थी नीली बत्ती; पढ़ें पूरा मामला
सीएम योगी की तरफ से वीआईपी कल्चर के खिलाफ सख्त निर्देश आने के बाद यातायात पुलिस हरकत में है। इसी सिलसिले में मिहींपुरवा के नायब तहसीलदार अपने निजी वाहन से बहराइच आए हुए थे। इसी दौरान यातायात प्रभारी ने उनके वाहन से नीली बत्ती हटवा दी। इसके बाद ट्रैफिक इंचार्ज के खिलाफ दुर्व्यवहार का आराेप लगा। अब दोनों पर ही गाज गिर गई है।

जागरण संवाददाता, बहराइच। नायब तहसीलदार के निजी वाहन पर लगी नीली बत्ती हटाने एवं चालान कर वीडियो बनाकर वायरल करने के प्रकरण में आखिरकार नायब तहसीलदार व यातायात प्रभारी पर गाज गिर गई। नायब तहसीलदार का तबादला कर दिया गया और ट्रैफिक इंचार्ज को रामजन्मभूमि अयोध्या सुरक्षा के लिए ड्यूटी के लिए भेजा गया है।
नायब तहसीलदार के निजी वाहन पर नीली बत्ती लगाने पर चालान करने के मामले में ट्रैफिक इंचार्ज के खिलाफ दुर्व्यवहार का आराेप लगा राजस्वकर्मी आंदाेलित थे। प्रकरण को लेकर जिलाधिकारी माेनिका रानी ने उच्चाधिकारियों को अवगत कराया था। अब मामले का पटाक्षेप करने के लिए दोनों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
क्या है पूरा मामला?
पूरा मामला 16 जून का है। मिहींपुरवा के नायब तहसीलदार असलान-उर-रशीद अपने निजी वाहन से बहराइच आए हुए थे। देहात कोतवाली क्षेत्र के डीहा के पास यातायात प्रभारी अनेंद्र यादव ने उनके वाहन से फ्लैशर लाइट को उतरवा दिया। उसके बाद यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगा।
17 जून को राजस्व प्रशासनिक संघ ने नायब तहसीलदार के साथ ट्रैफिक पुलिस पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए आंदोलन शुरू कर दिया और ट्रैफिक इंचार्ज को हटाने की मांग पर अड़ गए। लेखपाल संघ के मैदान में कूदने से विवाद बढ़ता गया।
विवाद को देखते हुए एसपी वृंदा शुक्ल ने ट्रैफिक इंचार्ज को अयोध्या ड्यूटी के लिए भेज दिया। उधर नायब तहसीलदार का कानपुर नगर ट्रांसफार्मर हो गया है। अपर जिलाधिकारी गौरव रंजन ने बताया कि नायब तहसीलदार का तबादला गुरुवार देर शाम हो गया है।
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