मैरी की शिनाख्त के प्रयास में कई लापता महिलाएं सकुशल पहुंचीं घर
गुमशुदगी दर्ज कर पुलिस ने कई महिलाओं को खोज निकाला ...और पढ़ें

बहराइच : जिले के अलग-अलग इलाकों से लापता महिलाओं का खोजने वाला कोई नहीं था। लापता लोगों के परिवारजन की तहरीर पर पुलिस गुमशुदगी दर्ज कर मौन साधे रही, लेकिन फखरपुर के माधवपुर में सिर कलम कर फेंके गए महिला के शव की पहचान कराने में एड़ी चोटी का जोर लगाने वाली पुलिस ने उन परिवारों को बड़ी राहत दी, जिनके घर की महिला व बच्चे लापता थे।
नवाबगंज इलाके से सात सितंबर को रजनी (काल्पनिक नाम) अपने बच्चों संग संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई थी। पति अनहोनी की आशंका जताता रहा। पुलिस गुमशुदगी दर्ज कर चुप्पी साधे रही, लेकिन फखरपुर इलाके में हुई तीन मासूमों व महिला की निर्मम हत्या के बाद फेंके गए शवों की शिनाख्त कराना पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गई। आनन-फानन जिलों के थानों व कोतवालियों से बच्चों संग गायब हुई महिलाओं की कुंडली खंगाली जाने लगी और इसका फायदा पीड़ित परिवारों को मिला। नवाबगंज से लापता महिला भी बच्चों संग सीतापुर जिले से मिल गई। महिला के मिलने से पुलिस भले ही मायूस हुई, लेकिन महिला व बच्चों को सकुशल पाकर पीड़ित परिवार खुशी से झूम उठा। इसी तरह हरदी इलाके से सुधा (काल्पनिक नाम) व बच्चों के लापता होने की जांच शुरू हुई तो महिला व बच्चों के पंजाब में होने का पता चला। फखरपुर इलाके से भी गायब अंजनी (काल्पनिक नाम) व बच्चों की तलाश में पुलिस टीमें नेपाल गई और महिला व बच्चों को सुरक्षित खोज निकाला। शिनाख्त के प्रयास में पुलिस ने आधा दर्जन गुमशुदा महिलाओं को खोज निकाला। सात दिन बाद मृतका व बच्चों की शिनाख्त होने के बाद पुलिस की तलाश भी खत्म नजर आ रही है।
कोट
मंडल के चारों जिलों में दर्ज गुमशुदगी के मुकदमों की जानकारी ली जा रही है। पुलिस इन मामलों में क्या कार्रवाई कर रही, इसका भी तहकीकात की जाएगी।
- डा.राकेश सिंह, डीआइजी देवीपाटन मंडल

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