राजा प्रयाग शाह ने बसाया था पयागपुर गांव
आनंद बिहारी शुक्ला, पयागपुर(बहराइच) : पयागपुर गांव ऐतिहासिक महत्ता को संजोए हुए है। इसे
आनंद बिहारी शुक्ला, पयागपुर(बहराइच) : पयागपुर गांव ऐतिहासिक महत्ता को संजोए हुए है। इसे जनवार वंश के प्रथम क्षत्रिय राजा प्रयाग शाह ने वर्ष 1728 में बसाया था। भूपगंज बाजार का प्राचीन पंचायती मंदिर, रेलवे स्टेशन, संस्कृत विद्यालय समेत अन्य संस्थान इसके ऐतिहासिक होने का प्रमाण दे रहे हैं। ब्रिटिश हुकूमत तक इसे प्रयागपुर व पियोगपुर के नाम से भी जाना जाता था। उसके बाद पयागपुर के नाम से विख्यात हो गया। इसे 1887 में भूपगंज नाम दिया गया। इसी समय यहां रेलवे स्टेशन की स्थापना भी कराई गई थी। यह है खूबी पयागपुर के भूपगंज बाजार में बना प्राचीन श्री पंचायती मंदिर, रेलवे स्टेशन, संस्कृत विद्यालय, कृषि उत्पादन मंडी समिति यहां की विशेषता दर्शा रहे हैं। इसके अलावा यहां के आम देश में अपनी अलग पहचान बनाए हुए है। आधारभूत ढांचा पयागपुर गांव की आबादी लगभग 12 हजार है। यहां 5000 मतदाता हैं। पैतोरा, कल्लूपुरवा, बारीपुरवा व भूपगंज बाजार इसके मजरे हैं। यहां पुलिस चौकी, दो इंटर कॉलेज, जूनियर हाईस्कूल, राष्ट्रीयकृत बैंक, ग्रामीण बैंक व सहारा इंडिया बैंक शाखा भी संचालित हैं। इन पर है नाज चिकित्सक डॉ. बृजेंद्र नाथ मेहता, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. महेश अग्रवाल, हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. अनिल अग्रवाल, संगीतज्ञ अयोध्या प्रसाद पांडेय, कीर्तनकार महादेव शर्मा व्यास के नाम पर आज भी यहां के लोग नाज करते हैं। यह हो तो बने बात रोजगार परक उद्योग धंधों की स्थापना। यहां के व्यापारियों को गल्ला निर्यात के लिए मालगाड़ी व माल गोदाम की सुविधा। नगर पंचायत की स्थापना की जरूरत। बालिका महाविद्यालय की स्थापना रामजनक ¨सह गांव के विकास के लिए हर संभव प्रयास रहता है। नाली, खड़ंजा निर्माण के लिए कार्ययोजना बनाई गई है। जल्द ही इस पर कार्य शुरू करा दिया जाएगा। राम जनक ¨सह, प्रधान प्रतिनिधि पयागपुर
पयागपुर गांव में सुलभ शौचालय निर्माण कराया जाय, जिससे यहां आने वाले लोगों को खुले में शौच से मुक्ति मिल सके। इसके अलावा बालिकाओं को उच्च शिक्षा के लिए महिला महाविद्यालय की स्थापना की जरूरत है। संतोष कुमार गुप्ता, पूर्व प्रधान
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