अयोध्या से नेपाल जानी थी बरात, SSB ने रोका तो बॉर्डर पर ही करवा दिया गया निकाह
नेपाल में हिंसा के कारण सीमा पर आवागमन ठप होने से अयोध्या से आई एक बारात को रुपईडीहा बॉर्डर पर रोक दिया गया। लड़की पक्ष की परेशानी को देखते हुए लड़के वालों ने भारत-नेपाल सीमा पर ही निकाह पढ़वाया। सीमा पर ही शहनाई गूंजी और विवाह के बाद बराती दुल्हन को लेकर अयोध्या रवाना हो गए। रोटी-बेटी का रिश्ता कायम रहा।

जागरण संवाददाता, रुपईडीहा (बहराइच)। नेपाल से भारत का रोटी-बेटी का रिश्ता पुराना है। यह गुरुवार को सीमावर्ती लोगों को प्रत्यक्ष रूप से देखने को मिला। नेपाल हिंसा के बाद सीमा पर आवागमन ठप होने के चलते गुरुवार को अयोध्या से नेपाल जाने के लिए बरात आई थी। सुरक्षा के दृष्टिगत सीमा पर ही बरातियों को नेपाल जाने से रोक दिया गया। इसकी सूचना नेपाल में रहने वाले लड़की पक्ष को मिली तो बेटी के विवाह को लेकर सभी परेशान हो गए, लेकिन लड़के पक्ष वालों ने भारत-नेपाल के रुपईडीहा बार्डर पर ही बेटे का निकाह पढ़वाया और सीमा पर ही शहनाई गूंजी।
विवाह के बाद बराती लड़की को विदा कराकर अयोध्या के लिए रवाना हो गए। अयोध्या निवासी रेशू खान की शादी नेपाल के बांके जिला स्थित वार्ड नंबर आठ निवासी शबाना जहां से तय हुई थी। गुरुवार को गाजे-बाजे के साथ बराती नेपाल के लिए रवाना हुए, लेकिन रुपईडीहा सीमा पर पहुंचने के दौरान सुरक्षा के मद्देनजर एसएसबी ने उन्हें रोक दिया। बरातियों को नेपाल में जाने की अनुमति नहीं मिली।
बरात आने में देरी होने पर लड़की पक्ष के लोगों में कई तरह की आशंका पनपने लगी और फिर उन्होंने जब दूल्हे के परिवारजन से संपर्क किया तो पता चला कि बरात बार्डर पर ही रोक दी गई है। दोनों परिवारों ने बातचीत कर समस्या कर हल निकाला और फिर सीमा पर ही शहनाई गूंजने की तैयारी की गई।
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