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    IIM लखनऊ की टीम पहुंची बहराइच, कतर्नियाघाट का किया दौरा; पर्यटन को बढ़ावा देने की तैयारी

    By Mukesh PandeyEdited By: Vikas Mishra
    Updated: Mon, 14 Nov 2022 11:58 AM (IST)

    बहराइच के कतर्नियाघाट की प्राकृतिक सौंदर्यता को अब पहली बार सोशल मीडिया पर प्रमोट किया जाएगा। इस फैसले से ज्यादा से ज्यादा लोग पर्यटन से जुड़ सकेंगे। यहां होम स्टे का किराया 700 रुपये प्रति व्यक्ति निर्धारित किया गया है।

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    कतर्नियाघाट वन्य जीव अभ्यारण्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आइआइएम लखनऊ की टीम ने दौरा किया

    बहराइच, जागरण संवाददाता। कतर्नियाघाट वन्य जीव अभ्यारण्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारतीय प्रबंधन संस्थान लखनऊ (आइआइएम) की टीम प्रभागीय वनाधिकारी आकाश दीप बधावन के नेतृत्व में  कतर्नियाघाट के दौरे पर पहुंचीं। दो दिवसीय दौरे के दौरान यह टीम कतर्नियाघाट में रूककर पर्यटन को किस प्रकार बढ़ाया जाए और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए क्या कुछ किया जा रहा है। इस पर रिसर्च करेगी। आज पहले दिन प्रभागीय वनाधिकारी आकाश दीप बधावन के साथ टीम कतर्नियाघाट पहुंची और पर्यटन के महत्वपूर्ण बिंदु पर चर्चा की। टीम ने इको टूरिज्म, जंगल सफारी और बोट सफारी के बारे में जानकारी प्राप्त की।

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    डीएफओ ने कतर्नियाघाट में टूरिज़म को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उठाए जा कदम के बारे में जानकारी दी। इस दौरान डीएफओ द्वारा थारू जनजाति और अन्य के लोगो को रोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से उनकी संस्कृति को आगे बढ़ाये जाने के बारे मे जानकारी दी। बर्दिया गाँव की महिलाओ को जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले संस्था द हेल्पिंग हैंड की राज्य समन्वयक अंकिता राज श्रीवास्तव से रिसर्चर टीम ने वार्ता की।दुधवा टाइगर फाउंडेशन के कतर्नियाघाट के आउट रीच प्रोग्राम इंचार्ज शाश्वत राज ने टीम को बर्दिया गांव ले जाकर थारू होमस्टे और थारू जनजाति और गाँव की महिलाओ से मुलकात करायी।

    इस दौरान थारू लोक नृत्य व गाँव की महिलाओ द्वारा बनाये गए उत्पादों को देखा। रिसर्चर टीम ने कतर्नियाघाट वन क्षेत्राअधिकारी विजय कुमार मिश्रा से बातचीत की और कौन कौन सी समस्याएं है उनको दूर करते हुए पर्यटन को बढ़ावा कैसे दिया जा सकता है इसपर बल दिया। डीएफ़ओ ने रिसर्चर टीम को बताया कि पर्यटकों के लिए पूरी कोशिश की गई है कि उन्हें कतर्नियाघाट में प्राकृतिक आनंद ले सके साथ ही उनके रहने खाने और पीने के साथ उन्हें गांव का टूर भी थारू होम स्टे के माध्यम से मिलेगा।

    कतर्नियाघाट को सोशल मीडिया पर किया जाएगा प्रमोटः कतर्नियाघाट की प्राकृतिक सौंदर्यता को अब प्रभागीय वनाधिकारी आकाश दीप बधावन की पहल पर पहली बार सोशल मीडिया पर प्रमोट किया जाएगा। जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग पर्यटन से जुड़ सके। उन्होंने बताया कि थारू होम स्टे का किराया 700 रुपये प्रतिव्यक्ति निर्धारित किया गया है। थारू लोक गीत व थारू नृत्य का 500 रुपये शुल्क निर्धारित किया गया है।