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    पीएआई पोर्टल पर दिखेगी यूपी के गांवों की तस्वीर, 11 विभाग अपलोड करेंगे ब्योरा

    Updated: Tue, 07 Oct 2025 04:59 PM (IST)

    बहराइच में ग्राम पंचायतों के विकास कार्यों की जानकारी अब पीएआई पोर्टल पर उपलब्ध होगी। 11 विभागों से संबंधित 116 बिंदुओं पर डेटा अपलोड करने की जिम्मेदारी सचिवों को दी गई है। इस पोर्टल से विकास कार्यों की प्रगति और कमियों का पता चलेगा साथ ही 16वें वित्त की राशि का निर्धारण भी इसी इंडेक्स के माध्यम से होगा।

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    पीएआई पोर्टल पर दिखेगी गांव के विकास की कुंडली।

    जागरण संवाददाता, बहराइच। ग्राम पंचायतों के विकास की कुंडली पीएआई पोर्टल (पंचायत एडवांस इंडेक्स) पर नजर आएगी। यह सब जानकारी पोर्टल में समाहित करने के लिए पंचायती राज विभाग काम कर रहा है। करीब 11 विभागों के 116 बिंदुओं पर सचिवों को ब्योरा अपलोड करने की जिम्मेदारी दी गई है।

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    जिले में 14 ब्लाकों में 1041 ग्राम पंचायतें हैं, जहां सरकार कई मदों से विकास कार्यों को अंजाम देती है। गांव में कितना विकास हुआ और कहां कितने विकास की अभी जरूरत है। विकास की दौड़ में कौन सा गांव आगे और कौन फिसड्डी है, यह जानकारी जनता को भी मिले, इसके लिए पूरा डाटा पोर्टल पर दर्ज होगा।

    11 अलग-अलग विभागों के लिए 116 बिंदुओं का निर्धारण किया गया है। इस पोर्टल पर यह डाटा नजर आने पर वहां की सुख-समृद्धि से लेकर तमाम बिंदु सामने आएंगे। गांव के प्रत्येक बिंदु पर स्थिति का आंकलन इस पोर्टल से लगाया जा सकेगा। यहां पर पुरस्कृत होने वाली पंचायतों का आंकलन भी इसी पोर्टल से होगा।

    पंचायतों के लिए 16वें वित्त की राशि का निर्धारण भी इसी इंडेक्स के माध्यम से किया जाएगा। पीएआई पोर्टल पर यह जानकारी जुटाने के लिए पंचायत सचिवों को जिम्मेदारी मिली है। उनके इस काम में पंचायत सहायक व रोजगार सेवक मदद करेंगे।

    संबंधित विभाग से होगा सत्यापन

    पीएआई पोर्टल पर प्रत्येक गांव की जानकारी एकत्र की जाएगी। इसकी सच्चाई जानने के लिए संबंधित विभाग से इसका सत्यापन कराया जाएगा। संबंधित विभाग की ओर से पुष्टि कर दिए जाने के बाद उस डाटा को वैध माना जाएगा। इसके बाद संबंधित जानकारी पोर्टल पर अपलोड की जाएगी।

    पीएआई पर ग्राम पंचायतों का डाटा अपलोड होने से विकास और पिछड़ेपन की जानकारी मिल सकेगी। इससे गांव के विकास कार्य में तेजी आएगी। पोर्टल पर दर्ज आंकड़ों पर ही कार्ययोजना तैयार की जाएगी। -मुकेश चंद्र, सीडीओ, बहराइच।