यूपी में गोशाला में दो ट्रॉली पराली देने पर मिलेगी एक ट्रॉली खाद, छिड़काव से फसल की होगी अच्छी पैदावार
उत्तर प्रदेश सरकार ने पराली जलाने की समस्या से निपटने के लिए एक नई योजना शुरू की है। इस योजना के तहत, गोशाला में दो ट्रॉली पराली दान करने पर किसानों को एक ट्रॉली खाद मुफ्त में मिलेगी। कृषि विभाग के अनुसार, पराली को खाद के रूप में उपयोग करने से फसल की पैदावार में वृद्धि होती है, जिससे किसानों को दोहरा लाभ होगा।

गोशाला में दो ट्रॉली पराली देने पर किसानों को मिलेगी एक ट्रॉली खाद।
जागरण संवाददाता, बहराइच। किसानों को खेत में पराली जलाने के बजाय उसे नजदीकी गोशाला में देना चाहिए। इसके बदले उन्हें खाद मिल जाएगी। साथ ही मवेशियों को चारा उपलब्ध हो सकेगा। इस योजना से किसानों को लाभ मिलेगा। पराली जलाने पर जुर्माना झेलना पड़ेगा। जुर्माना से बचने के लिए पराली को खाद बना लें।
जिले में धान कटाई व मड़ाई का कार्य चल रहा है। किसान धान मड़ाई के बाद निकलने वाली फसल अवशेष को खेत में ही जला दे रहे हैं। इससे खेत की उर्वरा शक्ति कम हो रही है। उप कृषि निदेशक विनय कुमार वर्मा ने किसानों को पराली न जलाने की बात कही है।
उनका कहना है कि किसान इलाके के नजदीकी गोशाला में दो ट्राली पराली दें। उसके बदले में किसानों को गोशाला से एक ट्राली खाद मिलेगी। इस खाद का खेतों में छिड़काव कर किसान अच्छी फसल की पैदावार कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा किसान रिसिया में स्थित कंपोस्ट बायो गैस प्लांट पर भी फसल अवशेष की बिक्री कर आर्थिक स्थिति मजबूत बना सकते हैं। इसके लिए किसानों को दौड़भाग करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
स्वयं बना सकते हैं खाद
उप कृषि निदेशक ने बताया कि किसान धान की मड़ाई करवाने के बाद उसे खेत में छोड़ दें। इसके बाद फसल अवशेष को जोताई कर इन सीटू प्रबंधन से उसके छाेटे-छोटे टुकड़े कर मिट्टी में मिला दें। यूरिया का छिड़काव कर सिंचाई कर दें, जिससे खाद बन जाएगी।

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