यूपी में 530 करोड़ की लागत से बिछेगी नई रेल लाइन, लखनऊ से सीधा कनेक्शन; जल्द शुरू होगा भूमि अधिग्रहण
बहराइच से लखनऊ रेल लाइन बिछाने की उम्मीद जगी है, क्योंकि डीपीआर तैयार हो गई है। 530 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली इस लाइन से जरवलरोड, बहराइच, श्राव ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, बहराइच। बहराइच से लखनऊ रेल लाइन बिछने की उम्मीद डीपारआर तैयार होने से और बढ़ गई है। सब कुछ सही रहा तो दो वर्ष में कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इसके लिए रेल मंत्रालय की ओर से डीपीआर तैयार कर बजट को मंजूरी दी गई है। जरवलरोड-बहराइच रेल मार्ग बनने से कम खर्च में लोग राजधानी की यात्रा कर सकेंगे।
प्रदेश की राजधानी लखनऊ से बहराइच रेल सेवा से अलग है। इसके लिए जिले के लोगों ने जरवलरोड-बहराइच रेल लाइन के निर्माण की मांग को लेकर आवाज उठाई। इसका परिणाम अब दिखने लगा है। रेलवे की ओर से जिला मुख्यालय से 56 किलोमीटर दूर बसे जरवलरोड रेलवे स्टेशन से जोड़कर बाराबंकी और लखनऊ की यात्रा करवाई जाएगी।
इसके लिए डेढ़ वर्ष पूर्व रेलवे विभाग की ओर से सर्वे करवाया गया। इसके बाद इसके लिए डीपीआर तैयार की गई है। इसकी घोषणा रेल मंत्री ने संसद में स्वयं किया है, इससे जिले के लोगों में खुशी है। डीपीआर के अनुसार, जरवलरोड से बहराइच के बीच तीन रेलवे स्टेशन व एक हाल्ट स्टेशन का निर्माण करवाया जाएगा।
इसके अलावा पुल और पुलिया का निर्माण होगा। जिस पर 530 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। लगभग दो वर्ष में कार्य पूरा होने की उम्मीद है, हालांकि जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई के बाद ही रेलवे लाइन का निर्माण हो सकेगा। बहराइच के अलावा श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा व नेपाल के यात्री भी कम खर्च में लखनऊ की यात्रा कर सकेंगे।
रेल मंत्री ने जरवलरोड बहराइच रेल लाइन के लिए डीपीआर तैयार होने की बात कही है। जमीन अधिग्रहण और निर्माण का कार्य बोर्ड तय करेगा। इसके लिए जिले के लोगों को ज्यादा इंतजार नहीं करना होगा। -महेश कुमार गुप्त, जनसंपर्क अधिकारी पूर्वोत्तर रेलवे
बहराइच से लखनऊ रेल सेवा से जुड़ना सौभाग्य की बात है। इस रेल लाइन से व्यापार में चार चांद लग जाएगा। बस निर्माण शुरू होने का इंतजार किया जा रहा है। -प्रिंस तिवारी
लखनऊ व बहराइच के बीच जरवलरोड बाजार बसा हुआ है। यहां से जिला मुख्यालय के लिए परिवहन सेवाएं ही हैं। रेलवे द्वारा रेल लाइन निर्माण शुरू कराने से इलाके के साथ जिले का विकास होगा। -रामसूरत, पांडेय
आम लोगों के साथ जन प्रतिनिधियों की आवाज को सरकार ने माना। इस लाइन के निर्माण से सबसे अधिक फायदा व्यापार क्षेत्र में होगा। -अतुल पटवा
सामान की खरीद लखनऊ या कानपुर से करना पड़ रहा है। इसके लिए हम सभी प्राइवेट वाहन से सामान लाते हैं। ट्रेन सेवा शुरू होने से बचत होगा। -नीरज अग्रवाल व्यवसायी

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