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    फोटो : बम भोले के उद्घोष से गूंज उठे शिवालय

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    Updated: Tue, 15 Jul 2014 12:37 AM (IST)

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    बहराइच : श्रावण मास के पहले सोमवार पर आज शिवभक्तों ने बाबा भोले नाथ का जलाभिषेक किया। मंदिरों में रूद्राभिषेक कार्यक्रम हुए। भोर से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा, जो देर रात तक चलता रहा। कांवरियों ने भगवान शिव को जलाभिषेक किया।

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    भगवान शिव के मंदिरों में सोमवार सुबह से ही भीड़ थी। श्रावण मास का पहला सोमवार होने के कारण श्रद्धालुओं ने भगवान शिव को बेलपत्र, धतूरा, भांग व जल चढ़ा मनौतियां मांगी। शहर में पांडवकालीन सिद्धनाथ मंदिर में भक्तों ने देर तक पूजन-अर्चन किया। महामंडलेश्वर रवि गिरि जी महाराज ने बताया कि सावन मास भगवान शिव के पूजन-अर्चन से आगे बढ़ता है। रूद्राभिषेक, जलाभिषेक, पार्थिव पूजन समेत विभिन्न पूजा के भावों से भगवान भोलेनाथ को भक्त प्रसन्न करते हैं। मरीमाता मंदिर, पयागपुर स्थित बागेश्वर नाथ मंदिर, जंगलीनाथ, मंगलीनाथ मंदिर, हुजूरपुर के भंगहा नर्वदेश्वर मंदिर, निबुईकला स्थित भूतेश्वर नाथ मंदिर, भग्गड़वाघाट स्थित शिव मंदिर सहित अन्य शिवमंदिरों में भक्तों ने जलाभिषेक किया। जरवल रोड संवादसूत्र के अनुसार कांवरियां संघ ने सरयू नदी से जल भरकर बाराबंकी के राम नगर स्थित लोधेश्वर महादेव के प्राचीन मंदिर में जलाभिषेक किया। 31 किलोमीटर की इस पद यात्रा में कांवरियों के लिए भभुंवा, अहिरौरा चौराहा, तूफानी चौराहा, शुक्ला मार्केट तथा घाघराघाट में भोजन तथा जलपान की व्यवस्था सेवादारों ने की। स्थानीय बोल बम सेवा समिति ने भी भंडारे का आयोजन कर प्रसाद वितरण किया। पद यात्रा में सीतापुर, फतेहपुर, महमूदाबाद, कैसरगंज, जरवल कस्बा, जरवल रोड के आसपास के गांवों के कांवरिये शामिल रहे। पद यात्रा के दौरान पुलिस व्यवस्था भी चुस्त दुरुस्त दिखी।

    शिव महापुराण

    रिसिया : अग्रवाल अतिथि भवन में चल रहे सवा लाख पार्थिव पूजन के कार्यक्रम में शिव महापुराण की कथा में पं.रविशंकर 'गुरुभाई' ने कहा कि शिव पुराण की कथा वैराग्य की है। वैराग्य का अर्थ है कि जिसमें कोई राग न हो। भगवान शिव का वास शमशान माना गया है। इसका अर्थ होता है जहां पर शम हो अर्थात सभी एक समान हों। शिवपुराण में शिव के सभी रूपों का वर्णन किया गया है। भगवान शंकर का एक रूप सौम्य है। जो भक्तों के लिए है और दूसरा रूप विध्वंसक है, दृष्टों के विनाश के लिए होता है। जिस किसी को भी अपने पर अभिमान हो जाता है, भगवान शंकर उसके अभिमान को चकनाचूर कर देते हैं। इस अवसर पर पुरुषोत्तम दास गुप्ता, रोहित नांगलिया, शुभम शर्मा, रोहित मित्तल, उमेश नांगलिया, अंकुश गर्ग, संदीप वैश्य, सुदीश अग्रवाल, पवन कुमार गुप्ता, अजय गुप्ता सहित अन्य श्रोता व भक्त मौजूद रहे।

    श्रावण मास चलेगा रूद्राभिषेक

    बहराइच : रेलवे स्टेशन स्थित श्याम बाबा मंदिर परिसर में पूरे श्रावण मास भगवान शिव का रूद्राभिषेक होगा। मंदिर कमेटी अध्यक्ष विमल टेकड़ीवाल ने बताया कि सावन मास प्रारंभ होते ही रूद्राभिषेक कार्यक्रम शुरू हो गया है। सुबह नौ बजे से विभिन्न आचार्यो द्वारा इसे पूर्ण कराया जाता है। सावन के प्रत्येक सोमवार को पुष्पों द्वारा अलौकिक श्रृंगार भगवान शिव का किया जाता है।