Updated: Sat, 13 Sep 2025 05:03 PM (IST)
बहराइच में सरयू नदी में आई बाढ़ से शिवपुर विकास खंड के कई गांवों में भारी नुकसान हुआ है। लगभग 100 बीघा भूमि और 11 मकान नदी में समा गए हैं। नेपाल से पानी छोड़े जाने के कारण जलस्तर बढ़ा है जिससे किसानों की उपजाऊ भूमि भी कट गई है। पीड़ितों को अभी तक पर्याप्त सहायता नहीं मिली है पर प्रशासन ने जल्द मदद पहुंचाने का आश्वासन दिया है।
जागरण संवाददाता, बहराइच। एक बार फिर सरयू नदी में आई बाढ़ ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। विकास खंड शिवपुर के करीब 26 ग्राम पंचायतों के 100 बीघा भूमि सहित 11 आवासीय मकानों को अपने आगोश में ले लिया है।
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कटान को देख ग्रामीण दहशत में है। वहीं, इससे पूर्व के कटान पीड़ितों को अब तक कोई सहायता राशि नहीं मिली है। जिससे बाढ़ पीड़ितों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शुक्रवार को नेपाल से छोड़े गए पानी से सरयू नदी का जलस्तर बढ़ गया।
जलस्तर बढ़ने से आई बाढ़ ने ग्राम तिगड़ा के पसियनपुरवा में जगदेई का पक्का मकान, ग्राम पंचायत चौकसाहार के झुंडी गांव के जयचंद, पुलिस,घनश्याम, राम मूरत, लक्षीराम, गोविंद, रीता देवी, भगौती का फूस का आवासीय मकान एवं प्रमोद तथा ननकई का पक्का मकान सरयू नदी में समाहित हो गया।
बौंडी में 17 कृषकों की 29 बीघे उपजाऊ भूमि, तिगड़ा में 12 कृषकों की करीब 24 बीघा भूमि, सैयदनगर में 12 कृषकों की लगभग 15 बीघा भूमि तथा अंबरपुर में चार कृषकों की लगभग 10 बीघे उपजाऊ भूमि नदी में समाहित हो गई।
जिनको सहायता के रूप में मात्र आधे अधूरे लोगों को राहत सामग्री किट बांटी गई। मकान कटने वालों को सरकार की तरफ से मिलने वाली अब तक कोई सहायता राशि नहीं प्रदान की गई है। उप जिलाधिकारी नानपारा मोनालिसा जौहरी ने बताया कि जल्द ही पीड़ितों के खाते में सहायता राशि पहुंच जाएगी।
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