बहराइच नाव हादसे के बाद चार जिलों में अलर्ट घोषित, आठ लापता लोगों की तलाश जारी
बहराइच के सुजौली इलाके में नेपाल सीमा के पास भरथापुर गांव में नाव पलटने से आठ लोग लापता हो गए हैं। तेज बहाव के कारण चार जिलों को अलर्ट किया गया है। आशंका है कि बैराज के फाटक खुले रहने से लापता लोग दूसरे जिलों में बह गए होंगे। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगातार रेस्क्यू कर रही हैं और प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है।
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जागरण संवाददाता, बहराइच। सुजौली इलाके के नेपाल सीमा से सटे भारत के आखिरी गांव भरथापुर में बुधवार शाम नाव पलटने के बाद से आठ लोग अभी भी लापता हैं। पानी के तेज बहाव को देखते हुए चार जिलों को भी अलर्ट किया गया है। आशंका है कि चौधरी चरण सिंह सरयू घाघरा बैराज के फाटक हादसे के कई घंटे बाद तक खुले रहे। इससे आशंका जताई जा रही है कि लापता आठ लोग बहकर किसी अन्य जिले में भी जा सकते हैं।
भरथापुर गांव तीन ओर से नदियों से घिरा हुआ है। इनमें पूरब की तरफ से गेरुआ नदी, दक्षिण दिशा में नेपाल से निकलकर कौड़ियाला नदी व भग्गड़वा नाला भी नदी से जुड़ा हुआ है। इनमें पानी का बहाव काफी तेज रहता है। कौड़ियाला नदी में नेपाल के बर्दिया जिले से होकर आने वाले पहाड़ों का पानी भी इसी में समाहित होता है।
बीते दो दिनों से नेपाल के पहाड़ों पर हुई भारी वर्ष के चलते नदी में पानी का बहाव काफी तेज था। कौड़ियाला गेरुआ नदी के साथ मिलकर चौधरी चरण सिंह बैराज स्थित घाघरा नदी का रूप ले लेती है। यह बहराइच, बाराबंकी, सीतापुर से गोंडा होकर अयोध्या से निकलने वाली सरयू नदी में मिलती है।
नदी में नाव पलटने के बाद तकरीबन पांच घंटे तक बैराज के गेट खुले हुए थे। ऐसे में नदी में लापता पांच बच्चों समेत आठ लोगों के अन्य जिलों की नदियों में बहकर जाने की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल भरथापुर से चौधरी चरण सिंह बैराज के नौ किलोमीटर दायरे में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, फ्लड पीएसी व एसएसबी की 16 टीमें रेस्क्यू कर लापता लोगों की तलाश में जुटी हुई हैं। गुरुवार को बारिश होने के बावजूद टीमें लगातार रेस्क्यू अभियान चलाती रहीं। डीएम अक्षय त्रिपाठी ने बताया कि लापता लोगों की तलाश के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।

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