UP News : मस्जिद परिसर में महिला व उसकी दो बेटियों की हत्या का राजफाश, दो नाबालिगों ने इस कारण दिया वारदात को अंजाम
Baghpat News : उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में एक चौंकाने वाली घटना में दो छात्रों ने मस्जिद परिसर में इमाम की पत्नी और उनकी दो बेटियों की हत्या कर दी। पिटाई से नाराज़ होकर हमलावरों ने हथौड़े से वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच कर रही है।

इसराना, सोफिया और सुमैया (फाइल फोटो)
संवाद सूत्र, जागरण, दाहा (बागपत) : पिटाई से क्षुब्ध होकर दो नाबालिग छात्रों ने मस्जिद परिसर में बने घर में इमाम की पत्नी और उनकी दो बेटियों की हथौड़ी से निर्मम हत्या कर दी। तीनों के शव एक कमरे में लहूलुहान हालत में पड़े मिले। वारदात के समय इमाम देवबंद में अफगानिस्तान के विदेश मंत्री के स्वागत कार्यक्रम में गए थे। पुलिस शवों को उठाने लगी तो आक्रोशित स्थानीय लोगों ने हंगामा किया। समझाने के बाद पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लिया। डीआइजी कलानिधि नैथानी ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच की। रात को पुलिस ने दोनों आरोपितों को पकड़कर रक्तरंजित हथौड़ी बरामद की है। शामली के कांधला थाना क्षेत्र के सुन्ना गांव के रहने वाले इब्राहिम गांगनौली गांव में स्थित शेखों वाली बड़ी मस्जिद में चार साल से इमाम हैं। वह अपनी 30 वर्षीय पत्नी इसराना, दो वर्षीय बेटी सुमैया व पांच वर्षीय बेटी सोफिया के साथ मस्जिद परिसर में बरामदे के ऊपर बने एक कमरे में रहते हैं।
इसराना घर पर ही आसपास के बच्चों को पढ़ाती थीं। शनिवार सुबह इब्राहिम देवबंद गए थे। शनिवार दोपहर बाद लगभग ढाई बजे बच्चे पढ़ने के लिए इमाम के घर पहुंचे तो कमरे का दरवाजा बंद था। बच्चों ने दरवाजा खोला तो उनकी चीख निकल गई। वे नीचे की ओर भागे और गली में शोर मचा दिया। देखते ही देखते मस्जिद में लोगों का जमावड़ा लग गया। दोनों बच्चियों के लहूलुहान शव एक चारपाई और इसराना का शव फर्श पर पड़ा था। इसराना का सिर किसी भारी वस्तु से कूच रखा था। उसके शरीर पर धारदार हथियार के निशान भी थे। दोनों बच्चियों की हत्या भी धारदार हथियार से की गई। इससे पहले महिला के स्वजन लोनी निवासी मुफ्ती असरार उलहक ने इमाम पर ही शक जताते हुए तहरीर दी थी। दोघट थाना प्रभारी सूर्यदीप सिंह, सीओ विजय कुमार, एसडीएम भावना सिंह, एएसपी प्रवीण कुमार चौहान, एसपी सूरज कुमार राय मौके पर पहुंचे। फोरेंसिक टीम और डाग स्क्वायड ने घटनास्थल पर साक्ष्य एकत्र किए। इस घटना की जानकारी फोन से इमाम इब्राहिम को दी गई तो उन्होंने जल्द गांगनौली आने की बात कही। पुलिस ने जैसे ही तीनों शवों को उठाकर कब्जे में लेने का प्रयास किया तो आक्रोशित लोगों ने हंगामा कर दिया। उन्होंने इमाम के आने और घटना के राजफाश की मांग की।
लोगों ने पुलिस से हाथापाई भी कर दी। लगभग पांच बजे समझाने के बाद पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में ले लिया। डीआइजी ने घटनास्थल पर पहुंचकर पुलिस और ग्रामीणों से जानकारी ली और हत्याकांड के राजफाश के लिए पुलिस टीमों का गठन किया। लगभग साढ़े पांच बजे इमाम इब्राहिम घर पहुंचे। डीआइजी ने बताया कि एसपी के नेतृत्व में गठित टीमों ने जांच शुरू कर दी है। उधर, एसपी सूरज कुमार राय ने रात को बताया कि मस्जिद में पढ़ने वाले 16 वर्षीय एक आरोपित छात्र की शुक्रवार को इमाम ने पिटाई कर थी, क्योंकि वह पढ़ाई में लापरवाही करता था। इसी से नाराज होकर उसने अपने एक अन्य नाबालिग साथी के साथ मिलकर इमाम की पत्नी और उसकी दो बेटियों की हत्या करने की योजना बनाई। उसी के अनुसार इमाम के मस्जिद से जाते ही दोनों छात्रों ने सुबह करीब पौने 12 बजे पहले वहां पर पहुंचकर हथौड़ी से पहले इसराना के गले, फिर सिर पर वार किया, जिससे उसकी मौत हो गई। बच्चियों के चिल्लाने पर उन दोनों के सिर पर हथौड़ी से वार कर हत्या की गई। इस दौरान आरोपितों ने कैमरा भी बंद किया था।
ऐसे गहराया छात्र पर शक : पुलिस के मुताबिक सीसीटीवी कैमरे की फुटेज चेक की तो एक छात्र कमरे में सुबह करीब 11.30 बजे जाता हुआ दिखाई दिया। वह करीब 20 मिनट कमरे में रहा। इस दौरान कैमरा बंद किया गया। इसके बाद कैमरा खोला गया। जांच करने पर पता चला कि इमाम ने छात्र की पिटाई की थी। इससे वह नाराज था। पुलिस ने जानकारी की तो आरोपित छात्र ने कहा कि उसने अलमारी में हथौड़ी देखी है। सख्ती से पूछताछ करने पर घटना करना स्वीकार किया।
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