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    रायल कांवेंट इंटर कालेज को पूर्व बीईओ ने सब कुछ ओके रिपोर्ट लगा दे दी थी मान्यता

    By JagranEdited By:
    Updated: Fri, 06 May 2022 05:52 PM (IST)

    लिया जाएगा स्पष्टीकरणजागरण संवाददाता बागपत रायल पब्लिक स्कूल में हादसे में बच्चे की मौत के बाद परते खुल रही है।

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    रायल कांवेंट इंटर कालेज को पूर्व बीईओ ने सब कुछ ओके रिपोर्ट लगा दे दी थी मान्यता

    रायल कांवेंट इंटर कालेज को पूर्व बीईओ ने सब कुछ ओके रिपोर्ट लगा दे दी थी मान्यता

    -जारी होगा तत्कालीन बीईओ को नोटिस, लिया जाएगा स्पष्टीकरण

    जागरण संवाददाता, बागपत: रायल कांवेंट इंटर कालेज में हादसे में बच्चे आयुष की मौत के बाद अनियमितता की परतें खुल रही है। तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी ने कालेज की मान्यता से पहले जांच की थी, जिसमें सब कुछ सही बताया था। इसकी रिपोर्ट बीएसए को दे दी थी। इसके बाद रायल कांवेंट इंटर कालेज को कक्षा छह से आठवीं तक की मान्यता दे दी थी। अब ये जांच का विषय बन गया है।

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    रायल कांवेंट इंटर कालेज चमरावल में हादसे में आयुष की मौत के बाद अब प्रशासन कार्रवाई के तैयारियां तेज कर दी है। कालेज की जांच शुरू हो ही गई है। इसके अलावा रायल कांवेंट इंटर कालेज को नियम-कायदे ताक पर रखकर कैसे मान्यता दी, यह भी जांच का विषय बन गया है। तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी भी इसकी चपेट में आ सकते है। प्रशासन विभिन्न बिंदुओं पर जांच करा रहा है। इस कालेज को मान्यता देने से पहले तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी रंजन गुप्ता ने 22 फरवरी 2021 को जांच कर बीएसए को रिपोर्ट भेजी थी सब कुछ ठीक है। इसके बाद कक्षा छह से आठवीं तक मान्यता मिली थी। मान्यता के बाद कालेज में कोई जांच नहीं की गई। अब प्रशासन ने कार्रवाई का चाबुक चला दिया है। सवाल यह उठता है कि इस तरह के स्कूल अन्य गांव, शहर और कस्बों में भी है, जिनकी जमीनी स्तर पर जांच होना जरूरी है। बीएसए राघवेंद्र सिंह ने बताया कि तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी रंजन कुमार गुप्ता की रिपोर्ट पर रायल कांवेट इंटर कालेज को मान्यता दी गई है। उनसे इस संबंध में नोटिस भेजकर तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी रंजन गुप्ता से स्पष्टीकरण लिया जाएगा। अब दूसरी जगह स्थानांतरित हो गए है।

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    निकायों को भी दी स्कूलों की जांच की जिम्मेदारी

    --डीएम राजकमल यादव ने इस संबंध में सभी नगर निकायों को भी स्कूलों की जांच में लगाया है। नगर पालिका और नगर पंचायत के ईओ को निर्देशित किया है कि अपने क्षेत्र में स्कूलों की जांच कराएंगे। इसकी रिपोर्ट भेजेंगे। स्कूलों में जो भी कमियां मिलेगी उसका पर कार्रवाई करेंगे।

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    जिले में मान्यता प्राप्त स्कूलों की जांच

    --जिले में 413 मान्यता प्राप्त विद्यालय हैं। कक्षा एक से पांच तक 154, कक्षा एक से आठवीं तक 145, कक्षा एक से 12वीं तक 43, कक्षा छह से 12वीं तक 20, कक्षा एक से 10वीं तक नौ, कक्षा छह से 10वीं तक आठ, कक्षा छह से आठवीं तक 34 स्कूल मान्यता प्राप्त हैं।

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