कोहरे में सांड़ से टकराकर बेपटरी हुआ ट्रेन का इंजन, इस कारण टला बड़ा हादसा
Baghpat News : बागपत में कोहरे के कारण एक पैसेंजर ट्रेन स्टेशन पर सांड़ से टकराकर पटरी से उतर गई। गनीमत रही कि ट्रेन की गति कम थी, जिससे बड़ा हादसा टल ...और पढ़ें

ट्रैक पर मरम्मत कार्य में लगे करने कर्मी, इंसेट में पटरी से उतरा इंजन
संवाद सूत्र, अग्रवाल मंडी टटीरी (बागपत)। कोहरे के कारण स्टेशन पर ही सांड़ से टकराकर पैसेंजर ट्रेन का इंजन जाम होकर पटरी से उतर गया। गनीमत रही कि उस समय ट्रेन की स्पीड बहुत कम थी, वरना बड़ा हादसा हो सकता था।
दिल्ली से इंजीनियरों की टीम ने मौके पर पहुंचकर इंजन की मशक्कत की। करीब ढाई घंटे बाद ट्रेन अपने गंतव्य को रवाना हुई। यात्रियों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा।
दिल्ली-शामली-सहारनपुर रेल मार्ग की व्यवस्था रामभरोसे है। बागपत रोड स्टेशन के पास गुरुवार रात बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। सहारनपुर से दिल्ली को जाने वाली पैसेंजर ट्रेन (नंबर 64028) रात करीब साढ़े दस बजे बागपत रोड स्टेशन के पास पहुंची तो पहले से ट्रैक पर घूम रहे एक सांड़ से टकरा गई।
इससे ट्रेन का इंजन जाम होकर पटरी से उतर गया। इससे अफरा-तफरी मच गई। स्टेशन के स्टाफ ने संबंधित रेलवे अधिकारियों को घटना की जानकारी दी। दिल्ली से रेलवे के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे और इंजन से सांड़ के अवशेषों को निकालकर इंजन की मरम्मत की गई।
हादसे के करीब ढाई घंटे बाद ट्रेन दिल्ली के लिए रवाना हुई। इसके कारण शामली से दिल्ली को जाने वाली पैसेंजर ट्रेन (नंबर 64020) अपने निर्धारित समय से करीब एक घंटे तक बडौत रेलवे स्टेशन पर खड़ी रही। कड़ाके की सर्दी और कोहरे के कारण दोनों ट्रेनों में सवार यात्रियों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा।
यात्रियों का कहना है कि रेलवे के कर्मचारी की अनदेखी से हादसा हुआ है। कम से कम स्टेशन के आसपास तो ट्रैक पर देख लेना चाहिए कि कोई जीव, जन्तु तो नहीं घूम रहे है। यह हाल तो तब है जब 10 दिन पहले असामाजिक तत्वों ने ग्राम बावली के निकट रेलवे ट्रैक पर लोहे का पाइप रख दिया था। लोको पायलट द्वारा इमरजेंसी ब्रेक लगाने के बावजूद मालगाड़ी टकरा गई थी। उक्त गाड़ी पलटने से बची थी।
बागपत रोड स्टेशन के अधीक्षक सतीश शर्मा ने बताया कि पैसेंजर ट्रेन के सामने अचानक सांड़ आ गया था, जिससे उसके ब्रेक जाम हो गए थे। ट्रेन पटरी से नहीं उतरी। इस संबंध में उच्चाधिकारियों को सूचित किया गया था। दिल्ली से आए इंजीनियरों ने इंजन की मरम्मत की। करीब ढाई घंटे बाद ट्रेन अपने गंतव्य को रवाना हुई।
गोवंशी से पहले भी टकरा चुकी है ट्रेन
ट्रेन के सांड़ से टकराने का यह पहला हादसा नहीं है। पूर्व में इस तरह के हादसे हो चुकी है। करीब छह साल पूर्व बागपत रोड स्टेशन से करीब डेढ़ किमी दूर ट्रेन से टकराने से कई बेसहारा गोवंशी की मौत हो गई थी। गोवंशी के संरक्षित के प्रशासन द्वारा दावे तो बहुत किए जाते हैं, लेकिन धरातल पर नजर नहीं आते हैं।

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