... तो इस वजह से सिस्टम से हार गया रिटायर्ड फौजी, परिवार के 11 सदस्यों की मांगी इच्छा मृत्यु
बागपत के किरठल गाँव के एक सेवानिवृत्त फौजी ने सिस्टम से हारकर मुख्यमंत्री से अपने परिवार के 11 सदस्यों के लिए इच्छा मृत्यु की अनुमति मांगी है। फौजी का आरोप है कि आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं और उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए, उन्होंने संपत्ति की जांच की भी मांग की है।

जागरण संवाददाता, बागपत। किरठल गांव का सेवानिवृत्त फौजी सिस्टम से इस कदर हार मान गया कि उसने सीएम को पत्र लिख परिवार के 11 सदस्यों की इच्छा मृत्यु की अनुमति की मांग की है।
उसने कहा कि आरोपित जेल में जाने के बजाए खुलेआम घूम रहे हैं और आए दिन उसे ही जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। पीड़ित ने परेशान होकर ऐसा कदम उठाया है। पीड़ित ने सरकार को इस कार्य के लिए 10 दिन का समय भी दिया है।
किरठल गांव निवासी सेवानिवृत्त फौजी जितेंद्र कुमार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने बताया कि 25 मार्च 2025 को वह दिलीप विहार, बड़ौत से बाइक पर आ रहा था। सुबह सात बजे तीन कारों में सवार किरठल गांव के प्रधान पति कृष्णपाल और उसके बेटे शुभम समेत 15 लोगों ने उसे अगवा कर लिया। पुलिस ने उसे मुक्त कराया था।
उसने घटना का मुकदमा बड़ौत कोतवाली में दर्ज कराया था। उधर, किरठल गांव के प्रधान पति कृष्णपाल व उसके बेटा शुभम व सन्नी के अलावा प्रदीप निवासी लूंब उसके भतीजे को आए दिन झूठे मुकदमे में फंसाते रहते थे।
इसकी सूचना पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों को दी गई, लेकिन आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई न कर उल्टा उसे व उसके स्वजन को परेशान किया जाने लगा। इससे उसका भतीजा मानसिक तनाव में रहता था। पुलिस से प्रताड़ित होकर उसके भतीजे सन्नी ने आत्महत्या कर ली थी। सुसाइड नोट भी उसकी जेब से बरामद हुआ था।
इस घटना में आरोपित कृष्णपाल व उसके बेटे शुभम व सन्नी के अलावा लूंब निवासी प्रदीप के खिलाफ मुकदमा थाने में दर्ज कराया था, जिसमें पुलिस ने आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं की है।
आरोपित खुलेआम घूम रहे हैं और हथियार दिखाकर उसे जान से मारने की धमकी देते हैं। पीड़ित ने चेतावनी दी है कि यदि 10 दिन के अंदर आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो उसके साथ-साथ उसके परिवार के सदस्यों को इच्छा मृत्यु की अनुमति दी जाए।
संपत्ति की जांच की मांग की
व्यवस्था से आहत जितेंद्र कुमार ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में ही पुलिस के चार अधिकारियों की संपत्ति की जांच कराने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग भी की है।
अपहरण के मुकदमे में चार आरोपित गिरफ्तार हो चुके है जबकि अन्य को नोटिस तामील किए गए हैं जबकि आत्महत्या प्रकरण में सुसाइड नोट का लेख मिलान को भेजा गया है उसमें कार्रवाई जारी है। पीड़ित लोगों को न्याय दिलाया जाएगा।
- प्रवीण कुमार, एएसपी

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