3 करोड़ से बनेंगे सहकारी समितियों में नए गोदाम, उत्तर प्रदेश के इस जिले को मिला बड़ा तोहफा
उत्तर प्रदेश के एक जिले में सहकारी समितियों के लिए 3 करोड़ रुपये की लागत से नए गोदाम बनाए जाएंगे। इन गोदामों के बनने से किसानों को अपनी उपज सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी और उन्हें कम दामों पर फसल बेचने की मजबूरी नहीं होगी। इससे भंडारण क्षमता बढ़ेगी और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।

जागरण संवाददाता, बागपत। किसानों के लिए अच्छी खबर। जिले में चार किसान सेवा सहकारी समितियों पर नए गोदाम बनेंगे तो 10 समितियों को जर्जर गोदामों से छुटकारा मिलेगा। नए गोदाम बनवाने के लिए जमीन चिन्हित हो गई। इनके बनने से किसानों को समय पर उर्वरक तथा बीज उपलब्ध होने लगेंगे।
सहकारी समितियां किसानों की लाइफलाइन हैं, क्योंकि केवल तीन प्रतिशत ब्याज दर पर फसली ऋण व उर्वरक तथा बीज मिलता है। 14 समितियों के गोदाम इतने जर्जर हो गए कि उनमें उर्वरक एवं बीज रखना मुश्किल होता है।
10 की मरम्मत और चार गोदामों का होगा निर्माण
अब रमाला, बड़ौत, कासिमपुर खेड़ी, मीतली, किशनपुर, मुकारी, रठौड़ा, नांगल एट बोढा, बिजरौल, दोघट एट टीकरी, निबाली एट बसौद, पिलाना एट रोशनगढ़, बुढसैनी एट सिंघावली अहीर तथा मसूरी की सहकारी समितियों के जर्जर गोदामों में से 10 की मरम्मत व चार नए गोदामों का निर्माण कराया जाएगा।
नए गोदाम पर 45 लाख रुपये दर व मरम्मत पर अधिकतम 10 लाख रुपये दर से खर्च होगा। नए गोदाम बनने तथा पुरानों की मरम्मत का फायदा यह होगा कि समितियां उर्वरक एवं बीज का भंडारण कर सकेंगी जिससे किसानों को समय पर इनकी उपलब्धता होगी। यानी किसानों की परेशानी बचने के साथ समय पर उर्वरक मिलने से फसल उत्पादन बढ़ेगा। सहायक आयुक्त इंदू सिंह ने कहा कि नए गोदाम बनवाने तथा पुरानों की मरम्मत का काम कराया जाएगा।
सात हजार नए सदस्य बने
सहायक आयुक्त ने बताया कि सहकारी समितियों पर नए किसानों को सदस्य बनाया जा रहा है। इसके लिए किसान को दो शेयर खरीदने समेत कुल 275 रुपये चुकाने होंगे। नए बने सदस्यों को समितियों से पासबुक बनाकर दी जाएगी। उर्वरक भी प्राथमिकता के आधार पर मिला करेंगे। अब तक सात हजार से ज्यादा किसान समितियों के सदस्य बन गए हैं।
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