जेल में ज्ञानेंद्र ढाका के पास मिला मोबाइल, बंदी रक्षक के माध्यम से पहुंचा... यूं हुआ राजफाश
बागपत और ललितपुर पुलिस ने संयुक्त अभियान में ललितपुर जेल में बंद कुख्यात ज्ञानेंद्र ढाका के पास से मोबाइल बरामद किया। ज्ञानेंद्र पर स्कूल डायरेक्टर से रंगदारी मांगने और एक हत्याकांड के वादी को धमकी देने का आरोप है। पुलिस ने ज्ञानेंद्र के तीन साथियों को भी गिरफ्तार किया है, जिनमें से एक बंदी रक्षक ने उसे मोबाइल पहुंचाया था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जेल में ज्ञानेंद्र ढाका के पास मिला मोबाइल। (प्रतीकात्मक फोटो)
जागरण संवाददाता, बागपत। स्कूल के डायरेक्टर से रंगदारी मांगने और हिस्ट्रीशीटर प्रवीण उर्फ बब्बू की हत्या के वादी को धमकी देने के मामले में बागपत और ललितपुर पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की। ललितपुर जेल में निरुद्ध कुख्यात ज्ञानेंद्र ढाका के पास से मोबाइल बरामद किया है। उनके तीन साथी पकड़े गए। इनमें से एक ने बंदी रक्षक के माध्यम से ज्ञानेंद्र को मोबाइल उपलब्ध कराया था। आरोपित बंदीरक्षक फरार है।
ढिकौली गांव के कुख्यात ज्ञानेंद्र ढाका ने बीएसएम पब्लिक स्कूल भड़ल के डायरेक्टर कृष्णपाल राणा निवासी ग्राम भड़ल के पास चार नवंबर की दोपहर 12.41 बजे फोन करके रंगदारी मांगी थी। इसके बाद 12.54 बजे हिस्ट्रीशीटर प्रवीण उर्फ बब्बू हत्याकांड के वादी नवीन ढाका को फोन करके हत्या की धमकी दी थी। पुलिस ने दोनों घटनाओं का मुकदमा दर्ज किया था। इसके बाद दोनों जनपदों की पुलिस ने कार्रवाई की।
गुरुवार को ढिकौली गांव में दबिश देकर ज्ञानेंद्र के साथी अजय ढाका और पंकज ढाका को गिरफ्तार किया। वहीं ललितपुर डीएम सत्यप्रकाश और एसपी मोहम्मद मुश्ताक सहित उच्चाधिकारियों की एक टीम अपने जनपद की कारागार पहुंची। तीन घंटे तक गहन तलाशी की गई। बैरक नंबर-2 में हिस्ट्रीशीटर ज्ञानेंद्र ढाका के कब्जे से एक मोबाइल सिम सहित बरामद किया। जेल प्रशासन की ओर से कोतवाली सदर में प्रभारी जेल अधीक्षक जीवन सिंह ने ज्ञानेंद्र ढाका के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
एसपी सूरज कुमार राय का कहना है कि हिस्ट्रीशीटर ज्ञानेंद्र ढाका से बरामद मोबाइल की जानकारी की गई तो पता चला कि मोबाइल व सिम दूसरे बंदी सतीश यादव (जमीन हड़पने संबंधित मुकदमे में कारागार ललितपुर में निरुद्ध था) से मंगवाया गया था। यह मोबाइल जेलबंदी आरक्षी शिवराम द्वारा ज्ञानेंद्र तक पहुंचाया गया था। सतीश यादव को हिरासत में लिया गया है। जेलबंदी आरक्षी शिवराम की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे है। पकड़े गए अजय ढाका और पंकज ढाका के पास ज्ञानेंद्र ढाका फोन करता था। दोनों आरोपितों को खेकड़ा एसडीएम कोर्ट में पेश किया गया, जहां से 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया है।
ज्ञानेंद्र के पास डायरी मिली, अंकित है कई मोबाइल नंबर एसपी का कहना है कि ज्ञानेंद्र के पास से एक डायरी भी मिली है जिसमें कई मोबाइल नंबर अंकित है, जिनका अवलोकन किया जा रहा है। जेल में बंदी के साथ की मारपीट एसपी का कहना है ललितपुर जेल में हिस्ट्रीशीटर ज्ञानेन्द्र ने बंदी धीरज पुत्र नाथूराम निवासी नदीपुरा थाना कोतवाली ललितपुर के साथ मारपीट की। इस संबंध में भी आरोपित ज्ञानेंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है।
मोबाइल फोन मिलने पर जेलर समेत 3 जेलकर्मी निलम्बित
ललितपुर : जिला कारागार में एक निरुद्ध बन्दी के पास मोबाइल फोन मिलने के बाद जेल प्रशासन में हड़कम्प मच गया था। इस गम्भीर लापरवाही पर तुरन्त ऐक्शन लेते हुए जेलर समेत तीन अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है। दरअसल, जिला कारागार ललितपुर में बन्द बन्दी ज्ञानेन्द्र ढाका की तलाशी के दौरान उसके कपड़ों से एक कीपैड वाला मोबाइल फोन बरामद हुआ था।
यह बन्दी हत्या के एक मामले में विचाराधीन है और इस मोबाइल फोन का उपयोग जेल के अन्दर से बाहर रंगदारी माँगने और धमकाने के लिए कर रहा था। जैसे ही इस गम्भीर चूक की सूचना उच्चाधिकारियों तक पहुँची तो डीआइजी जेल, कानपुर रेंज को तत्काल जाँच के आदेश दिए। डीआइजी की प्रारम्भिक जाँच में यह स्पष्ट पाया गया कि जेल प्रशासन ने अपने कर्तव्यों के निर्वहन में गम्भीर लापरवाही एवं शिथिलता बरती है, जिसके कारण प्रतिबन्धित उपकरण (मोबाइल फोन) जेल के अन्दर पहुँचा। इस पर महानिदेशक, कारागार के निर्देश पर तत्काल बड़ा एक्शन लिया गया।
जेलर जीवन सिंह, उप कारापाल प्रिंस बाबू, और जेल वॉर्डर आकाश कुशवाहा, इन तीनों को कर्तव्यों में लापरवाही बरतने के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है और इनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्यवाही शुरू की गई है। माना जा रहा है कि इस मामले में आगे और भी सख्त कार्यवाही की जा सकती है।

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