मिर्गी के दौरे से पीड़ित हैं तो बरतें सावधानियां
मिर्गी का दौरा एक तरह का न्यूरोलाजिकल डिसऑर्डर है जिसमें मरीज के दिमाग में असामान्य तरंगें पैदा होने लगती हैं। मरीजों को बचाव को जरूरी सावधानियां बरतनी चाहिए।
जेएनएन, बागपत: मिर्गी का दौरा एक तरह का न्यूरोलाजिकल डिसऑर्डर है, जिसमें मरीज के दिमाग में असामान्य तरंगें पैदा होने लगती हैं। मस्तिष्क में गड़बड़ी होने के कारण व्यक्ति को बार-बार दौरे पड़ने लगते हैं। इसकी वजह से व्यक्ति का दिमागी संतुलन पूरी तरह से गड़बड़ा जाता है। इसका प्रभाव चेहरे, हाथ या पैर पर दिखाई देता है।
जिला अस्पताल के एमडी मेडिसिन एवं जनरल फिजिशियन और बाल रोग विशेषज्ञ डा. दीपक देओल ने सलाह दी है कि मिर्गी का दौरान पड़ने पर झाड़-फूंक के चक्कर में नहीं आना चाहिए। जिसे दौरे पड़ते हैं, उसे विशेष सावधानियां बरतने की जरूरत है। गाड़ी नहीं चलाना चाहिए, ऊंचाई वाली जगह पर नहीं जाना चाहिए और जहां अधिक पानी हो, वहां जाने से बचें। ज्यादा फिटिग के कपड़े भी नहीं पहने चाहिए। गले में चेन हो तो उसे निकाल दें। दौरा पड़े तो आस-पास से नुकीली और वजनदार वस्तु हटा दी जाए। दौरे के समय बेहोशी आना, गिर पड़ना, हाथ-पांव में झटके आना ये आम लक्षण हें। मिर्गी किसी एक बीमारी का नाम नहीं है। अनेक बीमारियों में मिर्गी जैसे दौरे आ सकते हैं।
--------
पहचानें क्या होता है मिगी का रोग
- जेंनेटिक जींस में गड़बड़ी और ब्रेन की नर्व्स का ठीक से काम न करने पर व्यक्ति मिर्गी से पीड़ित हो सकता है। जन्म के समय बच्चे को पीलिया हो गया हो या फिर उसके ब्रेन तक किसी इन्फेक्शन की वजह से पूरी आक्सीजन न पहुंच पाया हो तो भी व्यक्ति मिर्गी से पीड़ित हो सकता है। यदि किसी हादसे में किसी व्यक्ति को सिर पर चोट लग गई हो तो भी वह मिर्गी का शिकार हो सकता है। ब्रेन स्ट्रोक या ट्यूमर की समस्या भी मिर्गी का कारण बन सकती है। यदि मां के गर्भ में ही बच्चे को किसी तरह की चोट लग गई हो तो होने वाले बच्चे को मिर्गी की शिकायत हो सकती है।
---------
तीन वर्ष तक चलता है इलाज
मिर्गी का लगातार तीन वर्ष तक इलाज चलता है। बीच में अगर दौरा पड़ जाए तो शुरू से ही दवा चलती है। इसलिए विशेष सावधानियां बरतने की जरूरत है।
---------
वे परिस्थितियां जब मिर्गी
के दौरे पड़ते हैं
-यदि व्यक्ति बेहद तनाव में रहता हो तो उसे मिर्गी का दौरा पड़ सकता है।
-यदि किसी मिर्गी पीड़ित व्यक्ति ने अपनी दवा मिस कर दी हो तो भी उसे दौरा पड़ सकता है।
-कम नींद लेना
-हार्मोंस में बदलाव
-ज्यादा शराब पीना
-ब्लड शुगर का गिर जाना
-ब्लड प्रेशर का कम हो जाना
-बेहद तेज रोशनी में आना
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।