Baghpat: हनीप्रीत को गद्दी सौंपने की अटकलों के बीच डेरा प्रमुख गुरमीत बोला- गुरु हम थे, हम हैं और हम ही रहेंगे
Gurmeet in Barnawa डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह के पैरोल पर बाहर आते ही कयास लगाए जा रहे थे कि हनीप्रीत को डेरे की गद्दी का अगला वारिस घोषित किया जा सकता है। जेल से छूटने के बाद गुरमीत उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के बरनावा के आश्रम में है।

बागपत, जागरण संवाददाता। हनीप्रीत को डेरा गद्दी सौंपने को लेकर चल रही अटकलों के बीच डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह ने डेरा के यू-ट्यूब चैनल पर वीडियो जारी किया है। वीडियो में कहा है-हमने लाखों बार कहा है कि-गुरु हम थे, हम हैं और हम ही रहेंगे।
हनीप्रीत को दिया 'रूह दी' नाम
दीपावली पर डेरा सच्चा सौदा आश्रम बरनावा से जारी वीडियो में गुरमीत सिंह ने कहा कि हनीप्रीत हमारी धर्म की बेटी और मुख्य शिष्या है। सबको पता है और साध संगत भी इस बात को जानती है। हमने उसे एक छोटा सा नाम दिया है-रूह दी यानी रूहानी दीदी, ताकि आप आसानी से समझ सकें।
बरनावा आश्रम में है डेरा प्रमुख
हरियाणा के जिला रोहतक की सुनारिया जेल से 40 दिन के पैरोल पर छूटने के बाद डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम बागपत के डेरा सच्चा सौदा बरनावा आश्रम में आया हुआ है। वह आश्रम से ही इंटरनेट मीडिया के माध्यम से प्रवचन कर रहा है। इसी बीच हनीप्रीत को डेरा गद्दी सौंप देने की चर्चा होने लगी। इन्हीं अटकलों को विराम लगाते हुए गुरमीत सिंह ने वीडियो जारी किया है।
डेरा प्रमुख ने यह कहा...
वीडियो में डेरा प्रमुख ने कहा कि कितनी चिट्ठियों में लिख दी एक बात...। आपने सुनी है और पढ़ी है...। सौ परसेंट, एक हजार परसेंट, लाख परसेंट...गुरु हम थे, हम हैं और हम ही रहेंगे। कहा-पता नहीं मीडिया को थोड़े-थोड़े दिन बाद क्या बेचैनी होती है कि किसी बात को सूत्रों के हवाले से बताना शुरू कर देती है। ये सूत्र नहीं मिले आज तक, कहां रहते हैं? हमने काफी ढूंढा लेकिन यह अज्ञात सूत्र नहीं दिखाई दिया।
साध संगत से रूबरू हुई हनीप्रीत
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में बागपत के बरनावा डेरा आश्रम में हनीप्रीत को
मुजफ्फरनगर की साध संगत से रूबरू होते बताया गया है।
भजन लांच किया, दीपावली भी आनलाइन मनाई
गुरमीत सिंह ने सोमवार को दीपावली का पर्व आनलाइन मनाया। आश्रम स्थापना के 42 वर्ष पूरे होने पर गुरमीत सिंह ने 42 जरूरतमंद लोगों के पास कपड़े आदि सामग्री भिजवाई। आश्रम में दीये जलाए गए। फुलझड़ियां भी चलाईं। साध-संगत ने अपने घरों में घी व तेल के दीये जलाए। गुरमीत सिंह ने ‘साड्डी नित दीवाली’ भजन लांच किया। इसके माध्यम से संदेश दिया कि दीपावली पर लोग दीये व लड़ियां लगाकर बाहर तो रोशनी करते हैं, लेकिन मन में अंधेरा रहता है। अंदर-बाहर दोनों जगह रोशनी रहे, इसके लिए हमें स्वयं को प्रभु से जोड़ना होगा। भजन को यू-ट्यूब, इंस्टाग्राम आदि पर अपलोड किया गया।
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